Microsoft दुनिया की दिग्गज AI कंपनी OpenAI के सबसे बड़े निवेशकों में से एक है. OpenAI साल 2023 में काफी ज्यादा चर्चा में रही है. साल की शुरुआत में कंपनी अपने वायरल AI चैटबॉट ChatGPT को लेकर सुर्खियों में थी. पिछले दिनों कंपनी अपने बोर्ड और CEO को लेकर चर्चा में आई थी.
5 दिनों तक चले ड्रामा के बाद OpenAI में बतौर CEO सैम ऑल्टमैन की वापसी हो गई. इस वापसी के साथ ही कंपनी का बोर्ड भी बदल गया, जिसमें अब माइक्रोसॉफ्ट की भी एंट्री हुई है.
The Verge की रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI के नॉन-प्रॉफिट बोर्ड में 'नॉन-वोटिंग ऑब्जर्वर सीट' हासिल की है. ये बोर्ड कंपनी के तमाम फैसले लेता है. ये सब नवंबर महीने में हुए ड्रामा के बाद हुआ है. दरअसल, इन सब की शुरुआत सैम ऑल्टमैन को OpenAI से बाहर किए जाने के बाद हुई.
ये भी पढ़ें- इंसानों की तरह सोचने लगेगी मशीन! OpenAI के इस सीक्रेट प्रोजेक्ट पर क्यों मच गया है बवाल
OpenAI के पुराने बोर्ड ने सैम ऑल्टमैन को कंपनी से बाहर कर दिया. इसके साथ ही OpenAI के प्रेसिडेंट Gerg Brockman को भी बोर्ड से बाहर कर दिया गया था. बोर्ड से हटाए जाने के बाद ब्रूकमैन ने प्रेसिडेंट पद से भी इस्तीफा दे दिया. इसके बाद OpenAI के नए सीईओ का ऐलान हुआ, लेकिन एक दिन बाद ही सैम ऑल्टमैन की कंपनी में वापसी हो गई.
सैम ऑल्टमैन OpenAI से निकाले जाने के बाद माइक्रोसॉफ्ट जॉइन करने वाले थे. इसके ऐलान भी कर दिया गया था. हालांकि, OpenAI के बहुत से कर्मचारियों ने ऑल्टमैन के बाद कंपनी छोड़ने की वॉर्निंग दी. इसके बाद नया बोर्ड बनाकर सैम ऑल्टमैन को वापस OpenAI का CEO बनाया गया. ये सब कुछ महज 5 दिनों में हुआ.
जैसा कि पहले ही बताया गया है माइक्रोसॉफ्ट अब OpenAI के बोर्ड का हिस्सा होगा. हालांकि, बोर्ड के फैसलों में Microsoft को वोटिंग का हक नहीं होगा. माइक्रोसॉफ्ट सिर्फ ऑब्जर्वर की भूमिका में बोर्ड में शामिल हुआ है. वर्ज ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इस संबंध में ऑल्टमैन ने एक मेमो सभी कर्मचारियों को भेजा है.
मेमो ने उन्होंने लिखा कि 'वो भविष्य को लेकर कभी इतने उत्साहित नहीं रहे हैं' और सभी के कठिन परिश्रम के लिए आभार प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि वो OpenAI की टीम की सफलता की उम्मीद के लिए अच्छा महसूस कर रहे हैं.