अमेरिकी टेक जायंट Apple Inc ने चीन को बड़ा झटका दिया है. कंपनी अपने प्रोडक्ट्स में चीन के चिपसेट का इस्तेमाल नहीं करेगी. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि Apple चीन के Yangtze Memory Technologies Co (YMTC)के मेमोरी चिपसेट का इस्तेमाल नहीं करेगा.
Nikkei की एक रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले अमेरिका की ओर से चीनी टेक्नोलॉजी कंपनियों पर एक्सपोर्ट कंट्रोल्स को लेकर शिकंजा कसा जा चुका है. ऐपल ने पहले YMTC के NAND फ्लैश मेमोरी को इस्तेमाल करने का प्लान बनाया था.
कंपनी का पहले था ये प्लान
Nikkei की रिपोर्ट में बताया गया है कि पहले कंपनी का प्लान इन चिप्स को उन आईफोन्स में यूज करने का था जिन्हें चीन में बेचा जाना था. आईफोन में लगने वाले 40 परसेंट चिपसेट को YMTC से खरीदा जाना था. पिछले हफ्ते अमेरिका ने चीनी कंपनियों के लेकर कड़ा रुख अपनाया है.
अमेरिका ने चीन के टॉप चिपमेकर YMTC और 30 अन्य कंपनियों को वैसी लिस्ट में शामिल किया है जिसमें माना गया है कि इन कंपनियों को अमेरिकी ऑफिशियल्स इंस्पैक्ट नहीं कर पा रहे हैं. 60 दिन के बाद इन कंपनियों पर और भी कड़े प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं.
YMTC को लेकर अमेरिका कॉमर्स डिपार्टमेंट भी जांच कर रहा है. इस पर वॉशिंगटन एक्सपोर्ट कंट्रोल्स के उल्लंघन को लेकर जांच की जा रही है. डिमार्टमेंट जांच कर रही है कि कंपनी ने ब्लैकलिस्टेड चीनी टेलीकम्युनिकेशन कंपनी Huawei Technologies को तो चिप नहीं बेची है.
चीन को डबल झटका
अब चीनी चिपमेकर को ऐपल ने भी झटका दिया है. हालांकि, ऑफिशियली इसको लेकर कंपनी ने जानकारी नहीं दी है. अगर ऐसा होता है तो चीन के लिए ये बड़ा झटका होगा. क्योंकि, इससे पहले रिपोर्ट आ चुकी है कि ऐपल ज्यादातर आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग भारत में कर सकता है.
इससे पहले की रिपोर्ट के अनुसार, ऐपल ने सप्लायर्स को AirPods और Beats हेडफोन्स के ज्यादातर प्रोडक्शन को भारत में करने के लिए कहा है. देश में iPhone का प्रोडक्शन करने वाला Foxconn भारत में ही Beats हेडफोन्स के प्रोडक्शन करने की तैयारी में है. इससे चीन के लिए डबल झटके की तरह है.