इंडस्ट्री में कुछ भी नया करने की बात होती है, तो ऐपल का नाम पहली कतार में होता है. चाहे फोन में 3.5mm ऑडियो जैक रिमूव करना हो या फिर पर्यावरण संरक्षण के नाम पर बॉक्स से चार्ज हटाना, ऐपल ने दूसरी स्मार्टफोन कंपनियों से पहले इस तरह के कदम उठाए हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो ऐपल सब्सक्रिप्शन सर्विस पर काम कर रही है, जिसके तहत कंपनी आईफोन और दूसरे हार्डवेयर प्रोडक्ट्स को ऑफर कर सकती है.
ब्रांड अपने हार्डवेयर प्रोडक्ट्स को सब्सक्रिप्शन बेस्ड सेल पर मूव करने की प्लानिंग में है. हालांकि, इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है. रिपोर्ट्स की मानें, तो ऐपल अपने आईफोन और आईपैड को सब्सक्रिप्शन पर बेचेगा, जिसके बाद यूजर्स को हर महीने इसका एक निश्चित अमाउंट देना होगा.
कंज्यूमर्स को ऐपल के इन प्रोडक्ट्स को खरीदने की जरूरत नहीं होगी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट की मानें तो ऐपल की हार्डवेयर सब्सक्रिप्शन सर्विस पर अभी भी काम चल रहा है और ऐपल इसे इस साल के अंत तक लॉन्च कर सकती है.
ऐपल के लिए सब्सक्रिप्शन बहुत ही जरूरी है, क्योंकि कंपनी की कुल आय में इसका बड़ा योजदान है. हालांकि, अभी तक ऐपल सिर्फ सॉफ्टवेयर सर्विस को सब्सक्रिप्शन पर ऑफर करता है. कंपनी Apple Music, iCloud, ऐपल टीवी प्लस, ऐपल फिटनेस प्लस और Apple Arcade जैसी सर्विसेस सब्सक्रिप्शन बेस्ड मॉडल पर ऑफर करती है. साथ ही ब्रांड ऐपल वन बंडल ऑफर करता है, जिसमें कंपनी की कई सॉफ्टवेयर सर्विसेस का सब्सक्रिप्शन एक जगह पर मिलता है.
सब्सक्रिप्शन पर हार्डवेयर को बेचना ऐपल की सबसे बड़ी सब्सक्रिप्शन सर्विस होगी और सॉफ्टवेयर की तरह ही कंपनी आईफोन को भी ऐपल वन सब्सक्रिप्शन बंडल के साथ लॉन्च कर सकती है. ब्लूमबर्ग के मुताबिक, हार्डवेयर सब्सक्रिप्शन सर्विस का चार्ज इंस्टॉलमेंट की तरह नहीं होगा, जहां आप 12 या 24 महीने में डिवाइस की पूरी कीमत का भुगतान कर देते हैं. आईफोन सब्सक्रिप्शन में यूजर्स नए हार्डवेयर पर अपग्रेड कर सकेंगे. हालांकि, इसका अमाउंट कितना होगा इसकी फिलहाल जानकरी नहीं है.
ऐपल सब्सक्रिप्शन के तौर पर कंज्यूमर्स से एक निश्चित फीस ले सकता है, जिसमें आईफोन की कीमत का कुछ हिस्सा शामिल होगा. साथ ही अगला आईफोन लॉन्च होने पर आप बिना उसे खरीदे अपने डिवाइस को अपग्रेड कर सकेंगे. ऐपल अपने सॉफ्टवेयर सर्विसेस को भी इसमें जोड़ सकता है. हालांकि, इस बारे में अभी तक कंपनी की ओर से कोई जानकारी नहीं आई है.