ऐपल का फोकस यूजर्स की प्राइवेसी और ट्रैकिंग ट्रांसपैरेंसी पर रहता है. कंपनी की इस सर्विस की वजह से ही लोग ऐपल के प्रोडक्ट्स महंगे होने के बाद भी खरीदना पसंद करते हैं. ब्रांड ने अपने लेटेस्ट ऐड में आईफोन के ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपैरेंसी फीचर और मेल प्राइवेसी प्रोटेक्शन को फ्लॉन्ट (दिखाया) किया है.
कंपनी ने हाल में जारी किए गए अपने ऐड में दिखाया है कि कैसे iPhone यूजर्स के डेटा को बिकने से बचाता है. ब्रांड ने ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपैरेंसी फीचर को iOS 14.5 के साथ जारी किया था. यह फीचर यूजर्स के डेटा को ज्यादा प्राइवेट रखता है.
इससे ऐप्स आपके पर्सन डेटा और एक्टिविटी को आपकी परमिशन के बिना ट्रैक नहीं कर सकते हैं. जैसे ही कोई ऐप आपका डेटा यूज करना चाहता है, तो आपके फोन पर एक पॉप-अप डिस्प्ले होता है, जो आपको इसकी जानकारी देता है और परमिशन के लिए पूछता है.
अगर आप अलाउ करेंगी तब ही ऐप आपके डेटा को ट्रैक कर पाएगा. अगर आप नहीं का ऑप्शन चुनते हैं, तो ऐप आपके पर्सनल डेटा और एक्टिविटी को ट्रैक नहीं कर पाएगा.
ऐपल का नया ऐड भी इसी फीचर के इर्द-गिर्द घूमता है. इसमें Ellie नाम की एक लड़की को दिखाया गया है, जो एक पुराने थिएटर जैसे हॉल में एंटर करती है. वहां Ellie देखती है कि उसके पर्सनल डेटा की नीलामी हो रही है.
ऑडियंस उसके आईफोन के ईमेल, पर्चेज हिस्ट्री, लोकेशन डेटा, कॉन्टैक्ट, ब्राउजिंग हिस्ट्री और दूसरे प्राइवेट डेटा पर बोली लगा रही होती है. इसके बाद Ellie ऐपल के ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपैरेंसी और मेल प्राइवेसी प्रोटेक्शन फीचर का इस्तेमाल करती है, जिसके बाद नीलामी में बोली लगा रहे लोग गायब हो जाते हैं.
कुल मिलाकर ऐपल ने अपने इस ऐड के जरिए यह दिखाने की कोशिश की है कि कैसे यूजर्स का पर्सनल डेटा दांव पर है. यूजर्स के डेटा को किस तरह से ब्लैक मार्केट में बेचा जाता है. ऐप में यह भी दिखाया गया है कि यूजर्स अगर ऐपल के इस फीचर का इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो उनका डेटा खो सकता है.