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WWDC यानी वर्ल्ड वाइड डेवेलपर कॉन्फ्रेंस के दौरान ऐपल ने iOS 15 सहित दूसरे नए सॉफ्टवेयर और फीचर्स का ऐलान किया है. कंपनी ने एक बार फिर से प्राइवेसी पर अपना फोकस रखा है और प्राइवेसी से जुड़े कुछ नए और जरूरी फीचर्स पेश किए हैं.
iPhone यूजर्स हों या मैक यूजर्स - सभी के लिए कंपनी ने सफारी में प्राइवेसी फोकस्ड नए फीचर्स दिए हैं. इतना ही नहीं कंपनी ने कहा है कि सफारी ब्राउजर में यूजर्स की आईपी हाइड कर दी जाएगी. यानी एक तरह से ये वीपीएन की तरह काम करेगा, लेकिन ये वीपीएन का विकल्प नहीं है.
iOS 15 के साथ कंपनी ने अपमे ईमेल ऐप के अंदर भी बदलाव किया है. सफारी की तरह ईमेल ऐप भी यूजर्स की आईपी हाइड कर लेगा और ये डिफॉल्ट होगा यानी आपको सेटिंग्स में कुछ बदलाव करने की जरूरत नहीं होगी.
मोटे तौर पर कहें तो ऐपल के ये नए प्राइवेसी बेस्ड फीचर्स यूजर्स के हित में हैं, लेकिन आने वाले समय में विज्ञापन देने वाली कंपनियां और फेसबुक को इससे दिक्कत हो सकती है.
ऐपल के इन सभी प्राइवेसी फीचर्स का मुख्य फोकस ये है कि यूजर्स को ट्रैक होने से बचाया जाए. यूजर्स का डेटा चोरी होने से बचाया जाए और यूजर्स की प्राइवेसी का ख्याल रखा जाए.
आइए जानते हैं ऐपल के कुछ नए प्राइवेसी फीचर्स के बारे में. (नोट: ये सभी फीचर्स नए सॉफ्टवयेर वर्जन में हैं. फिलहाल इनका डेवेलपर बीटा उपलब्ध है. आने वाले कुछ महीनों के बाद इन्हें पब्लिक के लिए जारी किया जाएगा)
क्या है प्राइवेसी रिपोर्ट?
कंपनी ने कहा है कि सेटिंग्स में ऐप प्राइवेसी रिपोर्ट मिलेगा जिससे लोग बेहतर तरीके से समझ सकेंगे. इसके तहत यूजर्स को आईफोन में इंस्टॉल किए गए ऐप्स की प्राइवेसी रिपोर्ट मिलेगी. उदाहरण के तौर पर ये पता चलेगा कि इंस्टॉल किए गए ऐप्स ने कब कॉन्टैक्ट्स ऐक्सेस किए हैं या माइक्रोफोन, लोकेशन या दूसरा डेटा ऐक्सेस किया है.
प्राइवेसी रिपोर्ट से आप ये जान पाएंगे की आपका डेटा कहां जा रहा है. ये फीचर iOS 15, iPad OS 15 और watchOS में दिया गया है.
प्राइवेट रीले
iCloud के लिए iCloud+ सब्सक्रिप्शन है. इसके तहत यूजर्स को प्राइवेट रीले सहित ईमेल हाइड करने और दूसरे सिक्योर फीचर्स मिलेंगे. प्राइवेट रीले की बात करें तो इसके तहत ऐपल आपके इंटरनेट ट्रैफिक का रूट बदल देगा जिससे आप तक कोई आसानी से न पहुंच पाए.
आईपी अड्रेस के जरिए भी कोई आपको ट्रैक नहीं कर पाएगा. इसके अलावा कंपनी ने ये भी कहा है कि यूजर्स को एन्क्रिप्शन भी मिलेगा यानी कोई भी थर्ड पार्टी आपका डेटा नहीं देख पाएगा, यहां तक की ऐपल खुद भी नहीं.
हाइड माइ ईमेल (Hide my email)
किसी वेबसाइट में अगर आप साइन इन विद ऐपल का ऑप्शन चुनते हैं तो यहां ये फीचर काम आएगा. आप यहां ये Hide my email का ऑप्शन सेलेक्ट कर सकेंगे. ऐसे में वेबसाइट को आपकी ईमेल आईडी नहीं मिल पाएगी और आप स्पैम से बच जाएंगे.
ट्रैकिंग पिक्सल (Pixel tracking) क्या है जिससे आप बच पाएंगे?
ईमेल यूज करते हैं तो कई तरह के मेल आपके पास आते होंगे. स्पैम या मार्केटिंग किसी भी तरह के मेल में ट्रैकिंग पिक्सल का इस्तेमाल किया जाता है.
ये आपको दिखता नहीं है, लेकिन मेल ओपन होते ही ये लोड हो जाता है. दरअसल ये ट्रैकिंग पिक्सल सेंडर को ये बताता है कि आपकी आईपी क्या है. अब आईपी के जरिए जिसने ये मेल भेजा है आपके बारे में जान सकता है कम से कम उसे आपकी लोकेशन तो मिल ही जाएगी.
ऐपल ने कहा है कि कंपनी ट्रैकिंग पिक्सल को भी ब्लॉक करेगी. ये काम ऐपल के ईमेल ऐप में होगा. जीमेल के लिए ये लागू नहीं होगा.
आईफोन में दिया गया ऐपल मेल ऐप यूज करके आप ट्रैकिंग से बच पाएंगे. कंपनी ने ये भी कहा है कि ये नया फीचर यूजर्स की आईपी हाइड करेगा. इसके तहत आईपी अड्रेस की मास्किंग की जाएगी.
कुल मिला कर बात ये है कि ऐपल ने प्राइवेसी को लेकर तगड़ा इंतजाम किया है. प्राइवेसी रिपोर्ट से आपको ये पता चलेगा कि आपका डेटा कहां कहां शेयर हो रहा है. Hide my email से आप बिना अपनी आईडी बताए हुए किसी वेबसाइट पर साइन अप कर सकेंगे.
आईपी हाइड के तहत ऐपल ये मेक श्योर करेगा कि आपके ईमेल के जरिए किसी को आपकी आईपी पता न चले और आप ट्रैक होने से बच पाएं.