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SIM आपके फोन में, लेकिन कोई और कर सकता है आपका नंबर यूज, जानिए ऐसे

मोबाइल नंबर पर आने वाले ओटीपी की मदद से बैंक अकाउंट से लेकर वर्चुअल सोशल मीडिया अकाउंट तक का पासवर्ड बदल सकते हैं. बैंक खाते की सिक्योरिटी को लेकर मोबाइल नंबर काफी अहम है, ऐस में सिम पर स्कैमर्स की भी गहरी नजर रहती है. इसके बाद ही सिम स्वैपिंग के मामले सामने आए हैं. आइए जानते हैं इससे बचने के उपाय.

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Sim Swap से बैंक खाता खाली हो सकता है. (File Photo)
Sim Swap से बैंक खाता खाली हो सकता है. (File Photo)

बैंक अकाउंट से लेकर वर्चुअल सोशल मीडिया अकाउंट तक लॉगइन करने में मोबाइल नंबर की अहम भूमिका होता है. मोबाइल नंबर पर ओटीपी एक्सेस करके किसी भी पासवर्ड को चेंज किया जा सकता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके फोन में मौजूद सिम को कोई दूसरा व्यक्ति भी इस्तेमाल कर सकता है. दरअसल, Sim Swapping स्कैम की मदद से स्कैमर्स गलत तरीके से आपके मोबाइल सिम की क्लोनिंग तैयार करके, उसे इस्तेमाल कर सकता है. 

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दरअसल, बैंक इस मामले को लेकर कई बार एडवाइजरी भी जारी कर चुकी हैं. फ्रॉड करने वाले पहले यूजर्स की बेसिक डिटेल्स कलेक्ट की जाती है, इसके बाद फर्जी आईडी से  टेलीकॉम कंपनियों को अप्रोच किया जाता है. नंबर खो जाने की जानकारी देकर वही नंबर फ्रॉड अपने मोबाइल में यूज कर सकते हैं.

बढ़ रहे हैं फ्रॉड के मामले 

भारत में फ्रॉड और स्कैम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. भारत के अलग-अलग हिस्सों से हर सप्ताह स्कैम के मामले सामने आते हैं. स्कैमर्स धोखधड़ी करने के लिए नए -नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसमें स्कैमर्स मासूम यूजर्स के अकाउंट से लाखों और कुछ मामले में करोड़ों रुपये तक उड़ा लेते हैं. 

सिम स्वैपिंग करने के लिए पहले स्कैमर्स यूजर्स की डिटेल्स इकठ्ठी करते हैं. इसके बाद बैंक में कॉल करके टार्गेट यूजर बनने का नाटक करते हैं. कई बार ये पकड़े जाते हैं, लेकिन कई बार बैंक से इन्हें यूजर की डिटेल्स मिल जाती है. डिटेल्स इकठ्ठी करने के बाद फेक आईडी बना कर टेलीकॉम कंपनी के ऑफिस जाते हैं. 

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टेलीकॉम ऑपरेटर को बताते हैं कि सिम चोरी हो गया है और इसे ब्लॉक करना है. ब्लॉक करा कर ये नकली आईडी और इकठ्ठी की गई यूजर डिटेल टेलीकॉम कंपनी को बताते हैं. इसके बाद उन्हें आपके ही नंबर का सिम इश्यू कर दिया जाएगा और आपका नंबर ब्लॉक हो जाएगा. जब तक आप समझ पाएंगे की आपके साथ क्या हुआ है तब तक आपके साथ स्कैम हो चुका होगा. 

आप टेलीकॉम कंपनी को कॉल करके जब तक अपनी बात पहुंचाएंगे तब तक ये स्कैमर्स मोबाइल नंबर में ओटीपी भेज कर बैंक से पैसे उड़ा सकते हैं या फिर आपके अकाउंट्स आराम से हैक कर सकते हैं. 

सिम स्वैपिंग से कैसे बचें 

Sim Swapping को लेकर बैंकों ने भी कई बार वॉर्निंग जारी की है. HDFC बैंक के मुताबिक़ स्कैमर्स  सोशल इंजीनियरिंग के ज़रिए विक्टिम का बैंक अकाउंट डिटेल हासिल कर लेते हैं. इसके लिए फ़िशिंग, विशिंग और स्मिशिंग का सहारा लिया जाता है.

डिटेल्स हासिल करके वो टेलीकॉम ऑपरेटर से असली कस्टमर की तरह बात के फेंक आईडी सब्मिट करते हैं और ओरिजनल सिम को ब्लॉक करा कर उसी नंबर का नया सिम इश्यू करा लेते हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिम स्वैपिंग के लिए स्कैमर्स आपको कॉल करके आपको नई सिम देने या पुरानी बंद करने की बात कर सकते हैं. इस पूरे मामले में वह आपसे ओटीपी लेने की कोशिश करेगा. ऐसे में नई सिम का एक्सेस हैकर्स के पास पहुंच जाएगा और वह सिम पर ओटीपी आदि का एक्सेस लेकर बैंक खाती खाली कर सकता है. 

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सिम स्वैपिंग से कैसे बचें 

सिम स्वैपिंग से बचाव करने के लिए जरूरी है कि आप फिशिंग ईमेल और इंटरनेट पर मौजूद अन्य एक्टिविटी से सावधान रहें. किसी भी ईमेल को सेंड करने का मैसेज को भेजने से सावधानी बरतें. अगर सिम बदलने को लेकर कोई मैसेज या कॉल आता है, तो उसे नजर अंदाज करें. इस दौरान ध्यान रखें कि आपका सिम चलता रहे. 

 

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