Apple भारत में अपने आईफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ा रहा है. भारत में बढ़ते प्रोडक्शन से चीनी खुश नहीं है. यही वजह है कि चीनी सोशल मीडिया पर भारत में बने आईफोन्स को लेकर तमाम तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं. चीनी लोग भारत में बने iPhone 15 को बॉयकट की मुहिम चला रहे हैं.
भारत में बढ़ते ऐपल के प्रोडक्शन से नाखुश चीनी इन्फ्लुएंसर सोशल मीडिया पर तमाम तरह की गलत जानकारियां फैला रहे हैं. इसमें भेदभावपूर्ण पोस्ट्स से लेकर भारत में iPhones को गंदा (unhygienic) बताया जा रहा है.
दरअसल, पहली बार ऐपल ने Made in India iPhone के साथ अपनी बिक्री शुरू की है. यानी भारत में पहले पुराने iPhone को असेंबल किया जाता था, लेकिन इस बार कंपनी ने भारत में लेटेस्ट iPhone 15 की मैन्युफैक्चरिंग लॉन्च से पहले ही शुरू कर दी है. यही वजह है कि Made in India iPhone 15 मार्केट में पहले दिन से बेचे जा रहे हैं.
रिपोर्ट्स की मानें तो भारत में फिलहाल 7 परसेंट ऐपल के फोन्स बनते हैं. हालांकि, चीन में अभी भी कंपनी बड़े पैमाने पर फोन्स का निर्माण करती है. चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग भारत में iPhone की मैन्युफैक्चरिंग के खुश नहीं हैं. यही वजह है कि ऐसे लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भारत के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं.
एक शख्स ने लिखा है, 'मैं भारत में असेंबल हुए पहले बैच को नहीं खरीदूंगा. फोन को खरीदने से पहले डोमेस्टिक फॉक्सकॉन असेंबली के लिए इंतजार करना बेहतर होगा.' पिछले कुछ हफ्तों में कई चीनी इंटरनेट ब्लॉगर ने सुझाव दिया है कि कैसे भारत में बने iPhone की पहचान करें और कैसे उन्हें वापस कर सकते हैं.
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वहीं कुछ लोगों को भारत में बने आईफोन की क्वालिटी को लेकर चिंता है. दुनियाभर में अपने खराब और घटिया प्रोडक्ट्स को लेकर बदनाम चीनी कंपनियों के यूजर्स को भारत में बनने वाले iPhone की क्वालिटी की चिंता सता रही है.
बता दें कि चीन ऐपल के सबसे बड़े मार्केट में से एक है, लेकिन इन दिनों ऐपल को इस बाजार में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. इसकी बड़ी वजह हुवावे के नए फोन्स और चीन व अमेरिका के बीच खराब होते रिश्ते हैं.
Huawei ने कुछ वक्त पहले ही चीनी बाजार में Mate 60 को लॉन्च किया है. राष्ट्रवादी भावना की वजह से लोग ऐपल के ऊपर Huawei Mate 60 को चुन रहे हैं. वहीं कई चीनी कंपनियों के अमेरिका में बैन होने की वजह से भी लोग ऐपल का बॉयकट कर रहे हैं.