Web3 और क्रिप्टोकरेंसी का दायरा लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में स्कैमर्स ने इस ओर भी अपने जाल फैलाने शुरू कर दिए हैं. एक स्टडी की मानें तो साल 2021 की शुरुआत से अब तक हुए स्कैम्स में लोगों ने 80 करोड़ पाउंड (लगभग 7,775 करोड़ रुपये) गंवाएं हैं.
रिपोर्ट की मानें तो अब तक 46 हजार लोगों के साथ क्रिप्टोकरेंसी स्कैम हुआ है. इसकी जानकारी Federal Trade Commission (FTC) के पिछले हफ्ते दी है.
स्कैम्स में पैसे गंवाने वाले लगभग आधे लोगों का कहना था कि इसकी शुरुआत एक विज्ञापन या फिर सोशल मीडिया मैसेज से हुई है. पिछले साल क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज काफी ज्यादा था. दुनियाभर में लोग इस डिजिटल करेंसी की ओर काफी आकर्षित हुए.
बीते साल Bitcoin अपने रिकॉर्ड स्तर पर था और शायद यही वजह लोगों को क्रिप्टोकरेंसी की ओर खींच रही थी. रिपोर्ट की मानें ती Instagram, Facebook, WhatsApp और टेलीग्राम समेत टॉप सोशल मीडिया ऐप्स पर हुए फ्रॉड्स में क्रिप्टोकरेंसी सबसे ऊपर है.
सोशल मीडिया पर हुए फ्रॉड्स में हर 10 डॉलर में से 4 डॉलर का नुकसान क्रिप्टोकरेंसी की वजह से हुआ है. FTC के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े फ्रॉड्स में एक व्यक्ति ने औसतन 2600 डॉलर (लगभग 2,02,000 रुपये) गंवाएं हैं. सबसे ज्यादा नुकसान Bitcoin, Tether और Ether में हुआ है.
इस साल मई महीने में Dogecoin के को-फाउंडर Billy Markus ने 95 परसेंट क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट्स को 'स्कैम और कचरा' बताया था. FTC ने लोगों को इस तरह के स्कैमर्स से सवाधन रहने की सलाह दी है.
हालांकि, भारत में रिजर्व बैंक लगातार लोगों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश न करने की सलाह दे रहा है. पिछले साल नवंबर में Bitcoin रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था. उस वक्त बिटकॉइन की कीमत 69 हजार डॉलर (लगभग 53.6 लाख रुपये) थी. वहीं आज के दिन में बिटवॉइन की कीमत 23.41 लाख रुपये हो गई है.