साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अभी तक आम लोग इन साइबर स्कैम का शिकार हुआ करते थे, लेकिन अब यह स्कैमर्स नेता से लेकर अभिनेता तक के घर में पहुंच गए हैं. दरअसल, मंगलवार को सामने आई जानकारी के मुताबिक, DMK नेता दयानिधी मारन और हिंदी सिनेमा के अभिनेता आफताब शिवदासानी को साइबर क्रिमिनल्स ने शिकार बनाया. कहीं आप भी इस तरह के साइबर फ्रॉड का शिकार न हो जाएं, इसके लिए आज हम आपको कुछ लेटेस्ट साइबर फ्रॉड और उनसे बचाव के तरीके बताने जा रहे हैं.
सबसे पहले नेता और अभिनेता के साथ होने वाले साइबर फ्रॉड के बारे में बताने जा रहे हैं. पहले बात नेता दयानिधी मारन के साथ होने वाले फ्रॉड के बारे में बात करते हैं.
सांसद दयानिधि मारन ने पुलिस कंप्लेंट दर्ज कराई और बताया कि उनके साथ 99,999 रुपये का फ्रॉड हुआ. सांसद दयानिधि मारन पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरासोली मारन के बेटे और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व डीएमके अध्यक्ष एम. करुणानिधि के पोते हैं.
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साइबर फ्रॉड की शुरुआत एक फोन के साथ हुई, जिसमें उनकी पत्नी प्रिया मारन के पास अनजान नंबर से तीन बार कॉल आईं, लेकिन उन्होंने किसी को भी ओटीपी और बैंक संबंधित डिटेल्स नहीं दी. दयानिधी का Axis Bank में सेविंग अकाउंट हैं, जो उनकी पत्नी के साथ एक जॉइंट है. DMK सांसद ने बताया कि फोन कॉल आने के कुछ देर बाद उनके पास मैसेज आया कि सेविंग अकाउंट से 99,999 रुपये कट गए हैं.
अभिनेता आफताब शिवदासानी के पास अनजान नंबर से एक मैसेज आया. मैसेज में उन्हें KYC अपडेट कराने को कहा और ऐसा ना करने पर अकाउंट सस्पेंड करने की बात कही. KYC अपडेट करने के इरादे से अभिनेता ने ऑनलाइन लिंक पर क्लिक कर दिया, उसमें कुछ इंस्ट्रक्शन आए, जिसमें वह आगे बढ़े और आखिर में उनके बैंक अकाउंट से 1,49,999 रुपये डेबिट हो गए.
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इसके बाद सोमवार को अभिनेता ने बैंक की ब्रांच से संपर्क किया तो उन्हें पता चला कि यह साइबर फ्रॉड है. इसके बाद उन्होंने पुलिस को इस मामले की जानकारी दी और कंप्लेंट दर्ज कराई.
साइबर फ्रॉड के लिए स्कैमर्स अलग-अलग तरीकों की ट्रिक्स का इस्तेमाल करते हैं. इसके लिए वे आम लोगों को अलग-अलग तरीके से ठगने की कोशिश कर सकते हैं. आइए जानते हैं आज ऐसे ही स्कैम...
ऑनलाइन ठगी करने वाले आए दिन वॉट्सऐप या टेलीग्राम के जरिए लोगो को पार्ट टाइम जॉब का लालच देते हैं. इसके चक्कर में ना जाने कितने लोग अपनी लाखों की कमाई गंवा देते हैं.
UPI आजकल हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है. छोटी-मोटी पेमेंट से लेकर बड़े अमाउंट ट्रांसफर तक में UPI का इस्तेमाल होता है. इसके लिए वे आपसे एक लिंक पर क्लिक करने कहेंगे, उसके बाद भोले-भाले लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाते हैं.
फ्रॉड करने वाले ठग यूजर्स के पास फर्जी मैसेज सेंड करते हैं, जिसमें लोन या क्रेडिट कार्ड पर कोई ऑफर देते हैं. इन मैसेज में यूजर्स को बैंक डिटेल्स और OTP या पिन मांगा जाता है. एक बार डिटेल्स मिलने के बाद यूजर्स कई ट्रांजेक्शन कर लेते हैं और बैंक अकाउंट में सेंध लगा देते हैं.
ऑनलाइन ठगी करने वाले फेक डिलिवरी स्कैम में उन लोगों को शिकार को बनाते हैं, जो अक्सर ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं. इसके लिए साइबर ठगी करने वाले यूजर्स को एक लिंक सेंड करते हैं, जिसमें डिलिवरी को लेकर जानकारी होती है. उसके बाद एक बार लिंक पर क्लिक करके यूजर्स की पर्सनल डिटेल्स, बैंक डिटेल्स आदि का एक्सेस ले लेता है और फिर अकाउंट खाली कर देते हैं.
ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले स्कैमर्स भोले-भाले लोगों को जाल में फंसाने के लिए उन्हें नौकरी या पार्ट टाइम नोकरी का झांसा देते हैं. इसमें वे यूजर्स को Youtube वीडियो या इंस्टाग्राम पोस्ट लाइक और सब्सक्राइब करने के बदले रुपये देते हैं. शुरुआत में भरोसा जीतने के लिए यूजर्स को कुछ रुपये रिटर्न के रूप में भी दिए जाते हैं.
साइबर क्रिमिनल्स रुपये ठगने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं और कई बार लोग उनके छलावे में फंस जाते हैं. आइए जानते हैं कैसे बचें.
किसी भी अनजान नंबर से आने वाली कॉल या मैसेज पर अपनी बैंक डिटेल्स, लॉगइन और पासवर्ड आदि को शेयर ना करें. ना ही किसी अनजान व्यक्ति के साथ OTP आदि को शेयर करें.
कई बार लोगों के पास कॉल या मैसेज आता है, जिसमें हाई रिटर्न का लालच दिया जाता है. ऐसे किसी भी मैसेज और कॉल के चक्कर में ना आएं. यह आपका बैंक खाता खाली कर सकता है.
मैसेज या फिर किसी वेबसाइट पर मौजूद अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए. अभिनेता आफताब ने KYC अपडेट के नाम पर आने वाले लिंक पर क्लिक किया और उनके साथ से 1 लाख रुपये से अधिक काट लिए. आप ऐसा ना करें.