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सफाई के मामले में क्या है भारतीयों का हाल? Dyson सर्वे में सामने आई सच्चाई

Dyson Dust Study 2022: सफाई के मामले में भारतीयों को स्थिति का खुलासा Dyson की एक रिपोर्ट में हुआ है. सर्वे की मानें तो 3 में से 2 भारतीय पहले से ज्यादा सफाई करते हैं. कोविड 19 के बाद से भारतीय सफाई पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. आइए जानते हैं क्या है सर्वे का रिजल्ट.

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Dyson
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • Dyson Dust Study 2022 में 33 देशों के लोगों ने लिया हिस्सा
  • 30 हजार से ज्यादा लोगों सर्वे में हुए शामिल
  • सफाई के मामले में पहले से बेहतर हुए हैं भारतीय

साफ-सफाई को लेकर हुए एक सर्वे में पता चला है कि 46 परसेंट भारतीयों ने घर की सफाई बढ़ाई है. 30 हजार लोगों के इस ग्लोबल सर्वे के मुताबिक तीन में दो भारतीय हफ्ते में 5 से 7 बार अपने घर की सफाई करते हैं. एशिया पैसिफिक रीजन में यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है.

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Dyson द्वारा की गई इस रिसर्च के मुताबिक, दुनियाभर के 95 परसेंट से ज्यादा लोग पहले के मुकाबले ज्यादा सफाई करते हैं. इसकी एक वजह COVID-19 महामारी है. 

धूल दिखने के बाद करते हैं सफाई

रिपोर्ट की मानें तो दुनिया के दूसरे रीजन्स के मुकाबले भारतीय फर्श पर धूल नजर आने के बाद दोबारा सफाई कम करते हैं. 3 में से सिर्फ एक भारतीय शख्स ही धूल नजर आने के बाद दोबारा सफाई करता है, जबकि ग्लोबल एवरेज 40 परसेंट है. 

Dyson की माइक्रोबायोलॉजी साइंटिस्ट, Monika Stuczen का कहना है, 'अगर लोग फर्श पर धूल देखने के बाद ही सफाई करते हैं, तो यह चिंता की बात है. क्योंकि बहुत से धूल के कण माइक्रोस्कोपिक साइज के होते हैं.' उन्होंने ने बताया, 'संभव है कि जब तक आपको घर में धूल नजर आए, तब तक आपके घर में धूल में रहने वाले कीट पहुंच चुके हों.'

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33 देशों के 30 हजार से ज्यादा लोगों ने लिया हिस्सा

Dyson Dust Study 2022 ऑनलाइन किया गया एक सर्वे है. 15 मिनट के इस सर्वे में 33 देशों के 32,282 लोगों ने हिस्सा लिया है. भारत के 1,019 लोगों ने इसमें हिस्सा लिया है. इसके फिल्डवर्क को 15 नवंबर से 24 नवंबर 2021 और 14 फरवरी से 7 मार्च 2022 में किया गया है.

स्टडी में पाया गया है कि सर्वे में हिस्सा लेने वाले भारतीयो में से 46 परसेंट लोग पहले से ज्यादा सफाई कर रहे हैं. इसमें हर 3 में से 2 व्यक्ति हफ्ते में 5 से 7 बार अपने घर साफ करते हैं. डॉक्टर Lancelot Pinto, Consultant Pulmonologist, P.D Hinduja Hospital & MRC ने बताया, 'भारत में लोग काफी सफाई करते हैं, लेकिन सफाई के ट्रेडिशनल तरीके अभी भी बेहतर नहीं है.'

उन्होंने बताया, 'जब हम सांस लेते हैं तो उसमें धूल के छोटे कण, कीट, स्किन फ्लेक्स और बहुत कुछ होते हैं. स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाला एक मुख्य कारक धूल के कण हैं, जिन्हें हम सिर्फ आंखों से शायद ही देख पाते हैं.'

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