Twitter बोर्ड ने एलॉन मस्क की डील को मंजूरी दे दी है. यानी ट्विटर खरीदने के 44 अरब डॉलर के एलॉन मस्क के ऑफर को ट्विटर बोर्ड ने मंजूर कर लिया है. हालांकि, ट्विटर डील को लेकर मस्क फिलहाल असमंजस में हैं. उन्होंने ट्विटर डील को कैंसिल करने तक की चेतावनी दे रखी है.
मस्क के ऑफर को बोर्ड ने सर्वसम्मति से मान लिया है. बोर्ड के अप्रूवल के साथ डील इस साल के अंत तक पूरी हो जाएगी. डील पूरी होने के बाद माइक्रोब्लॉगिंग साइट पब्लिक से प्राइवेट हो जाएगी.
हाल में ही मस्क ने ट्विटर कर्मचारियों के साथ एक वर्चुअल मीटिंग की थी. इस मीटिंग में उन्होंने ट्विटर के भविष्य पर चर्चा की थी. इसमें उन्होंने ट्विटर को टिकटॉक और WeChat से सीखने की बात भी कही थी.
मंगलवार को SEC (Securities and Exchange Commission) फाइलिंग में ट्विटर ने डील को बोर्ड की मंजूरी मिलने की जानकारी दी है. मस्क ने Qatar Economic Forum में इंटरव्यू के वक्त कहा था कि शेयरहोल्डर्स का अपरूवल डील के रास्ते में आने वाला एक 'अनसुलझा मामला' है.
हालांकि, अब यह मामला खत्म हो गया है. क्योंकि बोर्ड ने एलॉन मस्क की ट्विटर डील को मंजूरी दे दी है. मस्क प्लेटफॉर्म पर मौजूद स्पैम अकाउंट्स को लेकर भी सवाल खड़े कर चुके हैं.
ट्विटर के मुताबिक उनके प्लेटफॉर्म पर सिर्फ 5 परसेंट स्पैम अकाउंट्स हैं, जबकि मस्क इसकी संख्या ज्यादा होने का दावा करते रहे हैं. इस बात को लेकर एलॉन मस्क और ट्विटर के मौजूदा सीईओ पराग अग्रवाल आमने-सामने भी आ चुके हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि डील पूरी होने के बाद मस्क पराग को बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं.
हालांकि, ट्विटर से पराग अग्रवाल को निकालना आसान नहीं है. रिपोर्ट्स की मानें तो ट्विटर डील होने के 12 महीने के अंदर अगर पराग अग्रवार को ट्विटर से निकाला जाता है, तो उन्हें 4.2 करोड़ डॉलर (लगभग 328 करोड़ रुपये) मिलेंगे.
हाल में ट्विटर कर्मचारियों के साथ हुई मीटिंग में एलॉन मस्क ने ट्विटर के नए CEO पर साफ जवाब नहीं दिया था. उन्होंने कहा था कि डील पूरी होने के बाद उनका फोकस प्रोडक्ट और बिजनेस पर होगा.