Elon Musk ने आखिरकार Twitter को खरीद लिया है. सोमवार को मस्क ने 44 अरब डॉलर (लगभग 3368 अरब रुपये) में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की डील कर ली है. इस महीने की शुरुआत से ही एलॉन मस्क इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को खरीदने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने Twitter खरीदने के लिए ओपन ऑफर दिया था.
मस्क ने अप्रैल की शुरुआत में कंपनी की 9.2 परसेंट पैसिव स्टेक खरीद लिए थे. इसके बाद कंपनी ने उन्होंने बोर्ड में शामिल करने का फैसला किया था. मस्क ने उस वक्त बोर्ड में शामिल होने से इनकार कर दिया था.
उनका मानना है कि Twitter में फ्री स्पीच प्लेटफॉर्म बनने की क्षमता है और वह महज 9.2 परसेंट स्टेक से कुछ नहीं कर सकते हैं. इसके लिए बाद उन्होंने कंपनी को खरीदने के लिए 54.20 प्रति शेयर के रेट से 44 अरब डॉलर का ऑफर दिया था.
पिछले कुछ दिनों से बोर्ड और एलॉन मस्क के बीच चल रही बातचीत के बाद सोमवार को इस डील को फाइनल कर लिया गया है. अब ट्विटर का अधिकार एलॉन मस्क के पास आ जाएगा. 16 साल पहले शुरू हुई यह कंपनी एक बार फिर प्राइवेट हो जाएगी.
साल 2013 में कंपनी पब्लिक हुई थी और अब यह वापस से प्राइवेट होने वाली है. इस डील के होने के बाद ट्विटर के शेयर में 5.7 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है.
इसके बाद ट्विटर के शेयर की कीमत 51.70 डॉलर पहुंच गई. इस कीमत पर मस्क का ऑफर शेयरहोल्डर्स के लिए एक बेहतर डील है, लेकिन पिछले साल के मुकालब कंपनी के शेयर अभी भी काफी नीचे है. पिछले साल जून में कंपनी के शेयर की कीमत 70 डॉलर के आसपास थी, जो अभी की वैल्यू से मुकाबले काफी ज्यादा थी.
हालांकि, पिछले साल अक्टूबर में जब कंपनी के शेयर गिरना शुरू हुए तो संभल ही नहीं पाएं. पिछले साल अक्टूबर से इस साल की शुरुआत तक कंपनी के शेयर की कीमत लगभग आधी हो गई थी और ऐसे में एलॉन मस्क के इस ऑफर को बोर्ड मेंबर्स मना नहीं कर पाए हैं.
इस महीने की शुरुआत में शुरू हुई यह कहानी कुछ ही दिनों में अपने अंजाम तक पहुंच गई है. अप्रैल की शुरुआत में मस्क ने इसमें 9.2 परसेंट स्टेक खरीद थे. इसके बाद उन्होंने पूरी कंपनी को खरीदने का ऑफर दिया था.
हालांकि, बोर्ड्स और दूसरे बड़े स्टेक होल्डर्स ने पहले उनके ऑफर को ठुकरा दिया था. चूंकि, कंपनी को इस दौरान कोई दूसरा बेहतर ऑफर नहीं मिल सका, इसलिए उन्हें इसे एक्सेप्ट करना पड़ा है.
मस्क पिछले कुछ वक्त से ट्विटर के एल्गोरिद्म और मॉडिरेशन पॉलिसी को लेकर सवाल उठा रहे थे. ट्विटर को खरीदने के बाद अपने पहले ट्वीट में उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी के लिए फ्री स्पीच जरूरी है. उन्होंने बताया मैं ट्विटर को नए फीचर्स के साथ बेहतर बनाना चाहता हूं और इसके एल्गोरिद्म को पब्लिक सोर्स करके लोगों को भरोसा बढ़ाना चाहता हूं.