TikTok की वजह से Facebook को भारी नुकसान हो रहा है. भले ही TikTok भारत में बैन है, लेकिन अमेरिका में ये काफी तेजी से फल फूल रहा है. लोग फेसबुक छोड़ कर TikTok पर ज्यादा समय बिता रहे हैं.
ऐसे में फेसबुक और स्नैपचैट को लगता है कि सोशल मीडिया का फ्यूचर TikTok जैसा ही होगा. गौरतलब है कि फेसबुक हमेशा से ही दूसरे ऐप्स के फीचर कॉपी करता आया है. TikTok के आने के बाद फेसबुक ने इससे मिलते जुलते कई फीचर्स लॉन्च किए हैं.
TikTok जैसा Reels फीचर इंस्टाग्रम के लिए लाया गया. फेसबुक ऐप में भी शॉर्ट वीडियोज का चलन तेजी से बढ़ रहा है. वर्ज की एक रिपोर्ट के मुताबिक Snapchat CEO Evan Spiegel ने कहा है कि ऐप में लोग दोस्तों की स्टोरी देखने में कम समय बिता रहे हैं.
बता दें कि Snapchat ने सबसे पहले स्टोरी फॉर्मेट की शुरुआत की थी. इसके तहत फोटोज और वीडियोज शेयर किए जाते हैं और बाद में ये गायब हो जाते हैं. Snapchat के इस फीचर को Meta ने वॉट्सऐप, फेसबुक ऐप और इंस्टाग्राम के लिए कॉपी कर दिया. ऐसा कह सकते हैं कि इंस्पायर हो कर खुद के लिए ये फीचर फेसबुक ने तैयार कर लिया.
उन्होंने कहा है कि पहले ऐसा लगा था कि लॉकडाउन और महामारी पहले से कम होने के बाद लोगों की लाइफ नॉर्मल होगी और स्टोरीज में उछाल देखने को मिलेगा. हालांकि ऐसा नहीं हुआ. इसके बदले स्नैपचैट पर लोग ज्यादा वीडियोज देखने लगे.
बता दें कि TikTok जैसा शॉर्ट वीडियो फीचर Snapchat में भी है जिसे Spotlight कहा जाता है. यहां वायरल वीडियोज पोस्ट किए जाते हैं. यहां प्रीमियम शोज का भी सेक्शन है.
Snapchat पर पहले स्टोरीज काफी पॉपुलर हुआ करती थीं. लेकिन अब ये ट्रेंड बदला है और स्नैपचेट ने पाया है कि लोग प्री कोरोना टाइम की तरह अब स्टोरीज पर ज्यादा समय नहीं बिता रहे हैं. हालांकि अभी भी स्नैपचैट को उम्मीद है कि जब महामारी खत्म होगी तो लोग इस फीचर को ज्यादा यूज करने लगेंगे.
फेसबुक की बात करें तो हाल ही में फेसबुक ने बताया है कि इस बार कंपनी को भारी नुकसान हुआ है. 18 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि फेसबुक से लोग तेजी से किनारा कर रहे हैं और हर दिन 10 लाख से भी ज्यादा यूजर्स घट रहे हैं.
Meta के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने भी टिक टॉक को अपने लिए एक खतरा माना है. Meta के फोर्थ क्वॉर्टर अर्निंग कॉल के दौरान मार्क जकरबर्ग ने कहा है कि लोगों के पास अब काफी ज्यादा च्वाइस है कि वो अपना समय कैसे बिताना चाहते हैं और TikTok जैसे ऐप्स तेजी से ग्रो कर रहे हैं.
ये काफी दिलचस्प है, क्योंकि पहली बार खुले तौर पर फेसबुक और स्नैपचैट जैसी कंपनियां TikTok को अपना राइवल मान रही हैं. टिक टॉक से मिलते जुलते फीचर्स इंस्टाग्राम और फेसबुक ऐप में देने के बावजूद अगर टिक टॉक यूजर्स को कंपनी अपने पास बुलाने में नाकाम है तो वाकई ये कंपनी के लिए मुश्किल भरा है.
आने वाले समय में देखना दिलचस्प होगा कि क्या फेसबुक अपने ऐप्स को और भी TikTok के तर्ज पर ढालेगा या फिर कुछ नए फीचर्स ला कर यूजर्स को लुभाया जाएगा. क्योंकि मेटावर्स अभी भी थोड़ा दूर है, कम से कम आम लोगों के लिए मेटावर्स कॉमन होने में कुछ साल आराम से लगेंगे.