5G लॉन्च के बाद भी बहुत से यूजर्स कॉल ड्रॉप और खराब नेटवर्क की समस्या से परेशान हैं. यूजर्स की लगातार शिकायत के बाद टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस पर संज्ञान लिया है. अथॉरिटी ने 17 फरवरी को सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स के साथ एक बैठक की थी. इस बैठक में टेलीकॉम कंपनियों से अपनी सर्विस सुधारने के लिए कहा गया है.
ट्राई ने सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को निर्देश दिया है कि वे अपनी कॉल क्वालिटी को बेहतर करें और कॉल ड्रॉप की समस्या को दूर करें. अथॉरिटी ने कहा है कि सर्विस प्रोवाइडर्स इस बात का ध्यान रखें कि कॉल ड्रॉप की कोई समस्या ना हो.
इसके अलावा ट्राई ने सभी टेलीकॉम कंपनियों से कम से कम डिस्टर्बेंस हो, ऐसा मेंटेन करने के लिए कहा है. टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कॉल ड्रॉप और स्लो इंटरनेट स्पीड की शिकायत पर ये बैठक की थी.
रिपोर्ट्स की मानें तो बैठक में ट्राई ने कहा कि अगर क्वालिटी ऑफ सर्विस बेहतर नहीं हुई, तो वो सर्विस प्रोवाइडर्स पर कुछ रेगुलेशन लागू कर सकता है. अथॉरिटी टेलीकॉम कंपनियों के सर्विस पर नजर बनाए हुए हैं.
इससे पहले डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन ने TRAI को सख्त नियम बनाने के आदेश दिए थे. DoT ने ट्राई से क्वालिटी ऑफ सर्विस पर सख्त नियम बनाने के लिए कहा है.
डिपार्टमेंट ने कॉल ड्रॉप की लगातार आ रही शिकायतों के बाद ये कदम उठाया है. इस मामले में एक अधिकारी ने बताया था कि DoT ने ट्राई से क्वालिटी ऑफ सर्विस पैरामीटर को सख्त करने के लिए कहा है.
पिछली रिपोर्ट्स की मानें तो डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन ने ग्लोबल लेवल पर टेलीकॉम सर्विसेस की क्वालिटी पर स्टडी की और कुछ प्रमुख परफॉर्मेंस इंडीकेटर्स को ऑब्जर्व किया है. DoT ने उन्हीं पैरामीटर्स को ट्राई के साथ शेयर किया है.
दरअसल, 5G नेटवर्क लॉन्च के बाद टेलीकॉम सर्विसेस बेहतर होने का अनुमान था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यूजर्स ने पहले से ज्यादा कॉल ड्रॉप और स्लो इंटरनेट स्पीड की समस्या देखी. यूजर्स लगातार इसकी शिकायत कर रहे थे, जिसके बाद ट्राई ने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ बैठक की है.