
Google आज के समय की एक बड़ी कंपनी है. सर्च इंजन से लेकर स्मार्टफोन तक के मार्केट में ये कंपनी मौजूद है. इतना ही नहीं, इसकी Gmail सर्विस का इस्तेमाल करीब 1.8 अरब लोग करते हैं, जो कई देशों की कुल पॉप्युलेशन से भी काफी ज्यादा है. इतना ही नहीं पूरी दुनिया में सबसे बड़ा यूजरबेस Google के Android Oprating Systme का है.
सफलताओं की सूची काफी लंबी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस कंपनी ने भी कई बार असफलताओं का भी सामना किया है. आज हम गूगल के उन प्रोजेक्ट के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कभी लोकप्रियता के शिखर तक नहीं पहुंच पाए.
गूगल ग्लास एक ऑप्टीकल हेड माउंटेड डिस्प्ले है, जिसे साल 2013 में रिलीज किया और साल 2015 में इसको डिसकंटीन्यू कर दिया. यह एक प्रकार से वियरेबल कंप्यूटर था, जो हेड माउंटेड डिस्प्ले के रूप में काम करता था. इसे आप चश्मे पर लगने वाला कंप्यूटर भी कह सकते हैं.
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गूगल ने इसे हैंड्स फ्री प्रोडक्ट के रूप में डेवलप किया. इसकी मदद से यूजर्स आसपास मौजूद ऑब्जेक्ट और इंफोर्मेशन को एक्सेस कर सकता थे. इसे वॉयस कमांड के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है. गूगल ग्लास पर नोटिफिकेशन और फोटो आदि क्लिक करने की सुविधा मिलती है.
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Google का यह एक मैसेजिंग ऐप है, जिसे साल 2016 में लॉन्च किया था और दो साल बाद 2018 में इसे बंद कर दिया गया. वॉट्सऐप को टक्कर देने के इरादे से पेश किए गए इस ऐप पर यूजर्स को कम्यूनिकेशन के लिए Text, Image और Emojis आदि शेयर करने की सुविधा दी थी. साथ ही यह चैट के आधार पर रिप्लाई का भी ऑप्शन देती थी. इसके साथ Google असिस्टेंट को जोड़ा था. इस ऐप में Incognito mode भी है,जिसमें मैसेज ऑटोमैटिक डिटेल हो जाते थे. इस टाइम को यूजर्स सेट कर सकते है.
यह एक मोबाइल ऐप और ईमेल सर्विस थी, जिसे साल 2014 में लॉन्च किया था. इस सर्विस को साल 2019 में डिसकंटीन्यू कर दिया गया. इस प्लेटफॉर्म को इसलिए डिजाइन किया था, ताकि यूजर्स अपने ईमेल आदि को मैनेज कर सके. इसमें यूजर्स को स्नूज, Create to-do lists, रिमाइंडर सेट आदि करने का ऑप्शन मिलता था. यह जीमेल को नए इंटरफेस में दिखाने का काम करता था.
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शुरुआत में इनबॉक्स को इनवाइट बेस्ड प्लेटफॉर्म बनाया था, उसके बाद इसे सभी जीमेल यूजर्स के लिए ओपेन कर दिया. साल 2019 में इसे डिसकंटीन्यू करके, इसके सभी फीचर्स को रेगुलर जीमेल में शामिल कर दिया था. इसके बाद 2019 में इनबॉक्स को ऑफिशियली शट डाउन कर दिया.
गूगल का यह एक कम्यूनिकेशन प्लेटफॉर्म था, जिसमें मैसेजिंग, वीडियो कॉल और वॉयस चैटिंग की सुविधा मौजूद थी. इस प्लेटफॉर्म को 2020 में डिसकंटीन्यू कर दिया गया. इस प्लेटफॉर्म की शुरुआत 2013 में की थी, इसने पुराने मैसेजिंग और वीडियो चैट प्रोडक्ट को रिप्लेस कर दिया था.
गूगल हैंगआउट एक डेस्कटॉप और मोबाइल डिवाइस पर काम करने वाले प्लेटफॉर्म था. एंड्रॉयड और आईओएस यूजर्स के लिए ऐप भी मौजूद था. यह यूजर्स को टैक्स्ट मैसेज, वॉयस और वीडियो कॉलिंग की सुविधा मिलती थी. इसके साथ फोटो और अन्य फाइल्स को भी शेयर करने की सुविधा मौजूद है.
यह एक सोशल नेटवर्किंग साइट थी है, जिसे साल 2011 में लॉन्च किया और 2019 में डिकंटीन्यू कर दिया. इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का मकसद एक दूसरे के साथ इंफोर्मेशन, फोटोज, वीडियो और लिंक आदि को शेयर करना है. इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक और ट्विटर से मुकाबला करने के लिए पेश किया था.