Google Chrome काफी ज्यादा पॉपुलर वेब-ब्राउजर है. इसका इस्तेमाल दुनियाभर के करोड़ों लोग करते हैं. लेकिन, इसकी खामी की वजह से आपको सावधान रहने की जरूरत है. एक नई रिपोर्ट में बताया गया है कि Google Chrome सबसे ज्यादा अनसेफ वेब-ब्राउजर है.
यानी इसका इस्तेमाल आपकी प्राइवेसी के लिए सही नहीं है. इसको लेकर Atlas VPN ने रिपोर्ट किया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि इसमें साल 2022 में 303 खामियां और टोटल 3159 खामियां खोजी जा चुकी है. इस वजह से ये सबसे ज्यादा वल्नेरेबल ब्राउजर बन गया है.
अक्टूबर में भी पाई गई खामी
Atlas VPN ने बताया है कि ये आंकड़े VulDB वल्नेरेबिलिटी डेटाबेस के आधार पर है. इसमें 1 जनवरी 2022 से लेकर 5 अक्टूबर 2022 तक का डेटा शामिल है. रिपोर्ट के मुताबिक, Google Chrome ही एकमात्र ब्राउजर है जिसमें अक्टूबर के पहले पांच दिनों में ही खामी का पता चला है.
इसमें अभी CVE-202203318, CVE-2022-3314, CVE-2022-3311, CVE-2022-3309 और CVE-2022-3307 खामी का पता चला है. आपको बता दें कि CVE प्रोग्राम से सिक्योरिटी कमियां और खामी को मल्टीपल प्लेटफॉर्म पर खोजा जाता है.
हालांकि, इन कमियों को डेटाबेस में लिस्ट नहीं किया गया है. लेकिन, रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे कंप्यूटर पर मेमोरी करप्शन हो सकता है. यूजर्स इसको फिक्स करने के लिए Google Chrome वर्जन 106.0.5249.61 पर अपडेट कर सकते हैं.
गूगल क्रोम के बाद Mozilla Firefox ब्राउजर का नंबर आता है. खामी के मामले में ये 117 वल्नेरेबिलिटी के साथ दूसरे नंबर पर है. Microsoft Edge में भी 103 वल्नेरेबिलिटी पाई गई है.
इन ऑप्शन्स के साथ जा सकते हैं
गूगल क्रोम काफी ज्यादा पॉपुलर है. ये एंड्रॉयड फोन के साथ प्री-इंस्टॉल्ड भी आता है. इस वजह से लोगों इसका सीधा इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं. हालांकि,आप प्राइवेसी के लिए दूसरे ब्राउजर के साथ जा सकते हैं. प्राइवेसी के लिए Brave ब्राउजर को इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा DuckDuckGo ब्राउजर को भी आप यूज कर सकते हैं.