साल 2023 की शुरुआत से ही AI बॉट्स चर्चा में बने हुए हैं. वैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चर्चा लंबे वक्त से हो रही है, लेकिन ChatGPT के लॉन्च होने के बाद इसकी चर्चा ज्यादा होने लगी है. ChatGPT, Notion, Midjourney, स्टेबल डिफ्यूजन समेत कितने ही नाम इस लिस्ट में लगातार जुड़ते जा रहे हैं.
मगर अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की चर्चा की वजह सिर्फ उनकी खूबी नहीं रही. बल्कि लोगों को इनके तेजी से विकसित होने की वजह से डर सता रहा है. डर... AI के इंसानों से ताकतवर, समझदार और आत्मनिर्भर होने का. इन सब में सबसे ज्यादा चर्चा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इंसानों जैसी समझ डेवलप करने का है.
The Wall Street Journal को दिए एक इंटरव्यू में Google Deep Mind के CEO Demis Hassabis ने AI को लेकर बातचीत की है. उन्होंने बताया कि AI अगले 5 साल में इंसानों की समझ और ज्ञान के स्तर पर पहुंच जाएगा. Demis की मानें तो AI रिसर्च की स्पीड भी आने वाले दिनों में बढ़ सकती है.
Hassabis ने बताया कि पिछले कुछ सालों में डेवलपमेंट में आई तेजी कमाल की है. उन्होंने कहा कि उन्हें डेपलमेंट में स्लो डाउन की कोई वजह नहीं दिख रही है. Hassabis ने कहा, 'मुझे कोई ऐसा कारण नहीं दिखता है, जिसकी वजह से प्रोग्रेस स्लो डाउन होगी. मुझे लगता है कि इसमें तेजी आएगी.
फिलहाल आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस को लेकर AI कम्युनिटी में खूब चर्चा हो रही है. हाल में ही AI के गॉडफादर कहे जाने वाले Geoffery Hinton ने गूगल के इस्तीफा दिया है. उन्होंने AI से जुड़े कुछ खतरों को लेकर लोगों को सावधान भी किया है.
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि AI चैटबॉट्स जल्द ही इंसानों के समझ के स्तर को पार कर लेंगे. हिंटन ने एक इंटरव्यू में कहा कि AI का इस्तेमाल बुरे कामों में भी किया जा सकता है. उनका मानना है कि ऐसा बहुत ही बुरे माहौल में होगा.
हिंटन ने बताया कल्पना कीजिए कोई बुरा शख्स AI रोबोट्स को अपने लक्षय तय करने की आजादी दे देता है. उन्हें चिंता है कि ऐसे में AI रोबोट्स खुद को और ज्यादा पावरफुल बनाने के गोल सेट कर सकते हैं.