Google ने मंगलवार रात को एक इवेंट का आयोजन किया, जिसका नाम Made by Google 2024 है. इस दौरान कंपनी ने Loss of Pulse से भी पर्दा उठाया, जिसको लेकर कंपनी का दावा है कि यह कई लोगों के लिए जिंदगी तक बचा सकता है. इसके अलावा ब्रांड ने Google Pixel 9 Series को भी लॉन्च किया, जिसमें Pixel 9 Pro Fold का भी नाम शामिल है. इसके अलावा कंपनी ने Gemini AI के अन्य फीचर्स, Google Pixel Watch 3 और Pixel Buds 2 पर से पर्दा उठाया.
यहां हम Loss of Pulse Detection फीचर के बारे में बताने जा रहे हैं कि यह कैसे काम करेगा और कैसे लोगों को जान बचाएगा. इसका जवाब खुद कंपनी ने अपने लाइव इवेंट के दौरान दिया. ब्रांड की तरफ से बताया गया है कि यह फीचर ऑटोमैटिक काम करेगा और तुरंत आपातकाल नंबर को मदद के लिए संपर्क करेगा और उन्हें बुलाएगा.
इवेंट के दौरान Loss of Pulse Detection फीचर के बारे में बताया गया. यहां बताया गया कि बहुत से लोग अपनी पल्स को लेकर बहुत ज्यादा गंभीर नहीं होते हैं, लेकिन पल्स रुकने की वजह से बहुत सारी हो सकती हैं, जिसमें से एक कार्डिक अरेस्ट भी हो सकता है. ऐस में आपको अपने पास वाले की मदद चाहिए होती है. अगर वह उसके बारे में जागरुक नहीं है, तो विक्टिम के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है.
यह भी पढ़ें: Google Pixel 9 सीरीज लॉन्च, चार नए फोन्स के साथ Pixel Watch 3 और Buds Pro 2 हुए लॉन्च, जानिए डिटेल्स
पल्स रुकने के बाद वॉच में कुछ समय का टाइमर ऑन हो जाता है, अगर आप ठीक हैं, तो उसे बंद कर सकते हैं. नहीं तो Google Pixel Watch तुरंत लोकेशन के साथ मेडिकल इमरजेंसी को अलर्ट भेजेगी और तुरंत मदद मांगेगी. इसके बाद विक्टिम तक मदद पहुंचाई जाएगी, जिससे उसकी जान को बचाया जा सके.
Google pixel Watch 3 को दो साइज में पेश किया है, जो 41 और 46mm साइज में आते हैं. यहां यूजर्स को 2000 nits की पीक ब्राइटनेस मिलती है. यहां स्मार्टवॉच पर ही डोर बेल की लाइव स्ट्रीमिंग देखी जा सकती है. साथ ही इस स्मार्टवॉच को Google TV रि आने वलेमोट की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. यहां Google Maps को भी ऑफलाइन मोड पर इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे रिकॉर्डर की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसमें फिटनेस ट्रैकिंग फीचर भी मिलते हैं.
यह भी पढ़ें: iPhone जैसे डिजाइन वाले दो सस्ते स्मार्टफोन लॉन्च, कीमत 5,699 रुपये से शुरू, जानिए फीचर्स
Google pixel Watch 3 में रियल टाइम हार्ट रेट ट्रैकिंग फीचर मिलता है. इसकी मदद से यूजर्स आसानी से चेक कर सकते हैं कि वह ज्यादा या फिर कम रनिंग तो नहीं कर रहे हैं, जो बॉडी को बैलेंस में रखने का काम करता है. साथ ही इसमें खतरे को भी कम किया जा सकता है.