चीनी कंपनी Huawei का सब ब्रांड Honor भारत में एक समय पॉपुलर रहा है. Honor ब्रांड के तहत कंपनी मिड रेंज और बजट स्मार्टफोन्स लॉन्च करती है. पिछले कुछ समय से इस ब्रांड के तहत भारत में स्मार्टफोन्स लॉन्च नहीं हुए हैं.
पिछले कुछ समय से ख़बरें आ रही थीं कि Huawei अपने सब ब्रांड Honor को बेच रही है. अब ये क्लियर हो चुका है. कंपनी अब Honor मोबाइल बिज़नेस बेच रही है.
Huawei के एक स्टेटमेंट में कहा है कि कंपनी ने Honor के तमाम बिज़नेस ऐसेट को बेचने का फ़ैसला किया है. ख़रीदार चीन की ही एक कंपनी है जिसका नाम Zhixin न्यू इन्फ़ॉर्मेशन टेक्नॉलजी है.
Huawei ने उम्मीद जताई है कि जिस कंपनी के हाथों Honor को बेचा जा रहा है वो Honor के कस्टमर्स, इंप्लॉइ, सप्लायर और पार्टनर्स के हितों की पूरी तरह से रक्षा करेगी.
ग़ौरतलब है कि अभी तक दोनों में से किसी भी कंपनी ये नहीं बताया है कि ये डील कितने की हुई है. हालाँकि पिछले कुछ रिपोर्ट्स के आधार पर ये अनुमान लगाया जा रहा है कि ये डील 15.2 बिलियन डॉलर की हो सकती है.
Honor को लेकर जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक़ बिकने के बाद भी कंपनी का वर्कफोर्स पहले जैसा ही रहेगा.
अब नई पेरेंट कंपनी Honor दूसरे देशों के बिज़नेस भी देखेगी. चीन सहित दूसरे देशों के बिज़नेस, ब्रांडिंग, प्रोडक्शन, डिस्ट्रिब्यूशन, सर्विस और ऑपरेशन सब कुछ अब Zhixin के हवाले होगा.
Honor के बेचे जाने की वजह क्या है?
ग़ौरतलब है कि पिछले कुछ सालों Huawei के साथ हो रही मुश्किलों की वजह से Honor भी प्रभावित रहा है.
अमेरिका सहित कुछ और देशों में Huawei को बैन किया गया और इतना ही नहीं गूगल ने एंड्रॉयड का लाइसेंस कैंसिल कर दिया.
बावजूद इसके Huawei का बिज़नेस चीन में लगातार बढ़ा और कंपनी ने कुछ समय के लिए सैमसंग को पीछे छोड़ दिया और दुनिया की नंबर-1 मोबाइल कंपनी बन गई. हालाँकि नए आँकड़ों के मुताबिक़ सैमसंग ने इसे पीछे छोड़ दिया है.
बहरहाल Huawei पर कई देशों में लगे रेस्ट्रिक्शन की वजह से Honor का बिज़नेस भी प्रभावित रहा है. हुआवे ने अपने स्टेटमेंट में भी कहा है कि Honor के बिज़नेस में कई मुश्किलें आ रहीं थीं.
स्टेटमेंट में ये भी कहा गया है कि इस वक़्त इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी एलिमेंट्स अरक्षणीय हैं और कंज्यूमर बिज़नेस पर प्रेशर है.
चूंकि बिकने के बाद भी Honor का बिजनेस चीन के अलावा दूसरे देशों में चलता रहेगा ऐसे में Honor फोन यूजर्स को सर्विस और सपोर्ट में कोई समस्या आने की उम्मीद नहीं है.
इस वजह से Honor के चैनल्स और सप्लायर्स को बरकरार रखने के लिए कंपनी को ये फ़ैसला लेना पड़ रहा है.