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Budget 2022: इस बजट से स्मार्टफोन कंपनियों की ये हैं उम्मीदें, कंपोनेंट ड्यूटी न बढ़ाने की भी मांग

आज साल 2022-23 का बजट पेश होने वाला है. आम आदमी के अलावा भारतीय स्मार्टफोन कंपनियां भी इस बजट पर नजर रख रही हैं. इस साल स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर कंपोनेंट ड्यूटी बिल्कुल नहीं या ना के बराबर बढ़ाने की उम्मीद की जा रही है. 

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इलेक्ट्रॉनिक्स के इम्पोर्ट्स कस्टम ड्यूटी नहीं लगाने की उम्मीद
  • घरेलू ब्रांड के लिए सेपरेट बजट बनाने की मांग

Union Budget 2021 में इलेक्ट्रॉनिक्स के इम्पोर्ट्स पर 2.5 परसेंट की कस्टम ड्यूटी लगाई गई थी. इससे भारत सरकार इलेक्ट्रॉनिक्स के लोकल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना चाहती है. कंपोनेंट पर लगने वाली हाई ड्यूटी की वजह से देश में ही लोकल प्रोडक्शन पर स्मार्टफोन कंपनियां निर्भर करेंगी. लेकिन, इसकी वजह से स्मार्टफोन की कीमतें भी बढ़ गई. हालांकि, इसमें चिप शॉर्टेज जैसे फैक्टर्स भी शामिल हैं. 

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आज आम बजट 2022 पेश होने वाला है. इसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अनाउंस करेंगी. इस साल स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर कंपोनेंट ड्यूटी बिल्कुल नहीं या ना के बराबर बढ़ाने की उम्मीद की जा रही है. 

Businessinsider की एक रिपोर्ट के अनुसार फोन मेकर Lava International के मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयरमैन Hari Om Rai ने बताया कि इंडस्ट्री की दो डिमांड है. इसमें एक मांग कंपोनेंट ड्यूटी नहीं बढ़ाने की मांग की गई है क्योंकि इससे ग्लोबल कंपीटिटिवनेस पर प्रभाव पड़ता है. 

इसके अलावा उन्होंने घरेलू ब्रांड के लिए सेपरेट बजट बनाने की मांग की है. Lava उन कुछ भारतीय स्मार्टफोन ब्रांड्स में शामिल है जो अभी भी ऑपरेट हो रहा है और प्रोडक्ट्स को लॉन्च कर रहा है. दूसरे ब्रांड्स जैसे Intex Technologies और Karbonn Mobiles चीनी ब्रांड की वजह से बंद हो गए. 

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Lava ने अपना पहला 5G स्मार्टफोन Agni 5G भारत में पिछले साल नवंबर में लॉन्च किया था. Micromax ने भी पिछले साल कमबैक किया है. Counterpoint Research के अनुसार भारतीय बाजार में चीनी स्मार्टफोन ब्रांड्स जैसे Xiaomi, Vivo, Realme और Oppo का दबदबा है. 

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