जनरेटिव AI पिछले कुछ दिनों से चर्चा में बने हुए हैं. खासकर ChatGPT ने तो खूब चर्चा बटोरी है. Microsoft ने इस मौके को सही वक्त पर भुनाते हुए अपना नया Bing सर्च इंजन भी लॉन्च कर दिया, जो ChatGPT पर बेस्ड है. फिलहाल Bing का स्मार्ट असिस्टेंट GPT-4 पर काम कर रहा है, जो लेटेस्ट जनरेटिव AI है.
India Today Conclave 2023 में माइक्रोसॉफ्ट के वॉइस चेयरमैन और प्रेसिडेंट ब्रैड स्मिथ ने हमारी लाइफ और एजुकेशन सेक्टर में जनरेटिव AI के रोल पर चर्चा की है. उन्होंने बताया, 'इस वक्त जनरेटिव AI किसी कंबस्टन इंजन या स्टीम इंजन की तरह हैं. ये टेक्नोलॉजी वैसी ही है, जो इंडस्ट्री में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है.'
India Today Conclave 2023 में स्मिथ ने जनरेटिव AI के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की है, जिसमें सेफ्टी भी शामिल है. उन्होंने चर्चा के दौरान बताया कि GPT-4 का अगला वर्जन बेहद पावरफुल होगा. कंपनी GPT-4 पर बेस्ड नए फीचर्स हाल में ही लॉन्च किए हैं. बातचीत में स्मिथ ने एजुकेशनल सेक्टर पर जनरेटिव AI के प्रभाव पर भी बात की है.
उन्होंने कहा, 'इसका प्रभाव स्टूडेंट्स पर नहीं पड़ेगा, लेकिन टीचर्स पर जरूर पड़ेगा.' उन्होंने बताया, 'जनरेटिव AI टीचर्स के लिए एक एक्स्ट्राऑर्डिनरी टूल होगा. मेरा मतलब है कि अगर स्टूडेंट्स अपना होमवर्क डिजिटली सबमिट करते हैं, तो इसे ChatGPT चेक कर लेगा और टीचर फ्री रहेंगे. इस दौरान आप कोई और काम कर सकते हैं. ये सिर्फ एक टुकड़ा है. मेरा मानना है कि ये टेक्नोलॉजी कई तरह से क्लासरूम को चेंज करेगी.'
अपनी बातचीत में ब्रैड स्मिथ ने सिक्योरिटी पर भी चर्चा की है. खासकर Bing चैटबॉट को लेकर पिछले दिनों आई रिपोर्ट्स पर उन्होंने बातचीत की, जिसमें बताया गया था कि चैटबॉट न्यूयॉर्क टाइम्स के एक पत्रकार के साथ प्यार में पड़ गया था. उन्होंने कहा कि उस घटना के बाद हमने चैटबॉट में कुछ बदलाव किए हैं. अब आप सिर्फ 5 सवाल ही लगातार कर सकते हैं.
उन्होंने बताया, 'इसके बाद आपको एक नई बातचीत शुरू करनी होगी, जिससे चैटबॉट कंफ्यूज नहीं होगा.' इसके अलावा बेहतर जवाब के लिए इसमें बदलाव भी किए गए हैं. स्मिथ ने कहा कि हमें ये समझना होगा कि ये टेक्नोलॉजी अभी नई है और इसे बेहतर बनाने की जरूरत है.