इंस्टाग्राम दुनियाभर में पॉपुलर फोटो और वीडियो शेयरिंग ऐप है. शॉर्ट वीडियोज यानी Reels का फीचर आने के बाद ये प्लेटफॉर्म और भी ज्यादा पॉपुलर हुआ. मगर इसके साथ एक दिक्कत कंटेंट को लेकर रही है. इस प्लेटफॉर्म्स पर आपको कई बार सेक्सुअल कंटेंट भी नजर आते होंगे. बहुत से लोग इसकी शिकायत करते हैं. हाल में एक रिपोर्ट में चौकाने वाला खुलासा हुआ है.
रिपोर्ट की मानें तो इंस्टाग्राम का एग्लोरिद्म एक बड़े Pedophile नेटवर्क को प्रमोट करता है. ये नेटवर्क चाइल्ड-सेक्स मैटेरियल को इंस्टाग्राम के जरिए अवैध तरीके से बेचता है. यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने ये जानकारी दि वॉल स्ट्रीट जर्नल को दी है.
रिसर्चर्स की मानें तो इंस्टाग्राम यूजर्स को चाइल्ड सेक्स से जुड़े हैशटैग सर्च करने देता है. यहां तक कि ग्राफिक्स टर्म #pedowhore, #preteensex, #pedobait और #mnsfw (minors not safe for work) भी सर्च किए जा सकते हैं. इन हैशटैग के जरिए यूजर्स डायरेक्ट Pedophile कंटेंट ऑफर करने वाले अकाउंट्स तक पहुंचते हैं.
इन अकाउंट्स पर यूजर्स को कई तरह के कंटेंट मिलते हैं, जिसमें बच्चों को नुकसान पहुंचाने जैसे कंटेंट भी शामिल हैं. कुछ अकाउंट्स यूजर्स को विशेष एक्ट्स की डिमांड भी करने देते हैं. वहीं कुछ मीटिंग्स तक अरेंज करवाते हैं. एलॉन मस्क ने इंस्टग्राम की इस दिक्कत को बेहद गंभीर बताया है.
इस मामले में इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी Meta ने प्रवक्ता ने अपना पक्ष रखा है. उन्होंने बताया कि इंस्टाग्राम पर इस तरह के हजारों दूसरे सर्च टर्म्स और हैशटैग को बैन किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि Meta लगातार इस तरह के चीजों को रोकने का प्रयास कर रही है. स्पोकपर्सन ने बताया कि कंपनी ने एक इंटरनल टास्क फोर्स बनाई है, जो इस तरह के दावों की जांच कर रही है.
मेटा के प्रवक्ता ने कहा, 'बच्चों का शोषण एक जघन्य अपराध है. हम इससे निबटने और इस तरह के अपराध के पीछे मौजूद लोगों को पकड़वाने में कानूनी एजेंसियों के सपोर्ट के लिए तेजी से काम कर रहे हैं.'
कंपनी ने बताया कि जनवरी में उन्होंने 4,90,000 अकाउंट्स को चाइल्ड सेफ्टी पॉलिटी के उल्लंघन के लिए ब्लॉक किया है. इतना ही नहीं प्लेटफॉर्म ने पॉलिसी के उल्लंघन की वजह से लगभग 29 हजार डिवाइसेस को बैन किया है. इन डिवाइसेस को 27 मई से 2 जून के बीच ब्लॉक किया गया है. Meta ने साल 2020 से 2022 के बीच 27 नेटवर्क को अपमानजनक कंटेंट फैलाने की वजह से बैन किया है.