India Today Business Today AI Conference 2024 में मेटा इंडिया की प्रमुख और वायस प्रेसिडेंट संध्या देवनाथन ने भी हिस्सा लिया. उन्होंने AI के एडवांसमेंट और भारत में उसके प्रभाव पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि दुनियाभर में 50 करोड़ लोग Meta AI का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसमें भारत एक बड़ा भागीदार है.
उन्होंने बताया, 'जब LLAMA डाउनलोड्स की बात आती है, तो भारत हमारा एक बड़ा बाजार है.' देवनाथन ने AI के एडॉप्शन और AI टेक्नोलॉजी को शेप देने में भारत की भूमिका पर जोर दिया है.
देवनाथन ने सभी लोगों तक AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की पहुंच के लिए मेटा के मिशन पर जोर दिया. उन्होंने इसे अधिक आसान और समावेशी बनाने की बात कही. देवनाथन ने कहा, 'Meta AI का उद्देश्य AI तक सभी की पहुंच को सक्षम बनाना है.' Sarvam GenAI जैसे मॉडल्स के जरिए मेटा की ओपन सोर्स अप्रोच ने डेवलपर्स को लोकल जरूरतों के हिसाब से इनोवेशन को बढ़ावा देने में सक्षम बनाया है.
यह भी पढ़ें: AI कैसे कम कर रहा भारत में भाषा की दूरी? भाषिणी के CEO अमिताभ नाग ने बताया फ्यूचर प्लान
प्राइवेसी के मुद्दों पर, विशेष रूप से मेटा के Ray-Ban स्मार्ट ग्लास जैसे प्रोडक्ट्स के बारे में बात करते हुए, देवनाथन ने सेफगार्ड्स को प्राथमिकता देने की बात कही. उन्होंने कहा, 'यही कारण है कि बिना लाइट ऑन किए आप इन ग्लासेस से तस्वीरें या वीडियो नहीं ले सकते हैं.' उन्होंने AI मॉडल्स की विकासशील प्रकृति को स्वीकार किया है. देवनाथन ने कहा, 'सभी जेनरेटिव AI मॉडल अभी डेवलपिंग स्टेज में हैं. कोई भी मॉडल अभी परफेक्ट नहीं है.'
मेटा की सिक्योरिटी सिस्टम पर उन्होंने 'रेड टीमिंग' का जिक्र किया, जहां इंटरनल और एक्सटर्नल एक्सपर्ट्स खामियों को खोजकर उन्हें दूर करते हैं. देवनाथन ने बताया कि ओपन-सोर्सिंग टेक्नोलॉजी उसकी क्रेडेबिलिटी को मजबूत करती है, क्योंकि ग्लोबल डेवलपर कम्युनिटी इसे बेहतर करने में मदद करती है.
यह भी पढ़ें: 'भारत बन सकता है AI की राजधानी', IBM इंडिया के MD संदीप पटेल ने बताया कैसे बदल रही टेक्नोलॉजी
उन्होंने एक ऐसे फ्यूचर की कल्पना की, जहां AI एजेंट कस्टमर सर्विस और छोटे बिजनेसेस के ऑपरेशन को बेहतर बनाएंगे. देवनाथन ने कहा, 'सभी कंपनियां या बिजनेसेस जिनके पास एक एआई एजेंट हो, जो आपसे सीखता हो, छोटे बिजनेसेस की प्रोडक्टिविटी और मुनाफे को बढ़ाएगा.'