टेस्ला के CEO एलन मस्क (Elon Musk) के Twitter की कमान संभालने के बाद अब इस बात पर बहस छिड़ गई है कि उन अकाउंट्स का क्या होगा, जिन पर माइक्रोब्लॉगिंग साइट पहले बैन लगा चुकी है. क्या इस तरह के अकाउंट्स चालू होंगे या उन्हें बंद ही रखा जाएगा.
एलन मस्क ने अब इस बात के संकेत दे दिए हैं कि बैन किए गए अकाउंट्स को जल्द ही दोबारा चालू कर दिया जाएगा. उन्होंने बुधवार को यह भी बताया है कि इस काम में कितना समय लग सकता है. मस्क ने कहा कि इस काम में कुछ हफ्तों का समय और लग सकता है. उन्होंने बातों ही बातों में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट दोबारा चालू होने की तरफ भी इशारा किया.
दरअसल, 2020 में अमेरिकी चुनाव के नतीजों के बाद ट्रंप समर्थक भीड़ ने कैपिटल हिल पर हमला कर दिया था. हिंसा की इस घटना के बाद ट्विटर ने तत्काल प्रभाव से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट बैन कर दिया था. कंपनी के इस एक्शन के बाद ट्रंप ने खुद का एक प्लेटफॉर्म Truth Social के नाम से चालू किया था. अब एलन मस्क के Twitter का नया मालिक बनने के बाद लोगों की निगाहें इस बात पर टिकी हुई है कि डोनाल्ड ट्रंप का Twitter अकाउंट कितने दिन में चालू होता है?
बता दें कि एलन मस्क ने Twitter की कमान संभालने के बाद ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल, CFO नेड सेगल और लीगल अफेयर-पॉलिसी हेड विजया गाड्डे को कंपनी से टर्मिनेट कर दिया था. मस्क के इस फैसले के बाद कंपनी की विज्ञापन और सेल्स प्रमुख सारा पर्सनेट ने भी कंपनी छोड़ने का फैसला किया था. सारा Twitter में चीफ कस्टमर अधिकारी भी थीं.
एलन मस्क ने 28 अक्टूबर को ट्विटर (Twitter) की कमान संभाली थी. इसके बाद वो एक के बाद एक कई बड़े फैसले ले चुके हैं. एक दिन पहले ही 31 अक्टूबर को उन्होंने कंपनी के सभी बोर्ड डायरेक्टर्स को हटा दिया था. इसके बाद अब मस्क कंपनी के इकलौते डायरेक्टर बन गए हैं.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक मस्क ने जिन डायरेक्टर्स को हटाया था, उनमें मार्था लेन फॉक्स, ओमिड कोर्डेस्टानी, डेविड रोसेनब्लैट, पैट्रिक पिचेट, एगॉन डरबन, फी-फी ली और मिमी अलेमायेहौ शामिल हैं.
इस तरह पूरी हुई Twitter Deal
> ट्विटर डील की शुरुआत इस साल अप्रैल में हुई थी. 4 अप्रैल को एलॉन मस्क ने ट्विटर में 9.2 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी. इसके साथ ही वो कंपनी के सबसे बड़े शेयर होल्डर बन गए. मस्क की हिस्सेदारी को देखते हुए कंपनी ने उन्हें बोर्ड मेंबर में शामिल होने के लिए इनवाइट किया था.
> मस्क ने बोर्ड में शामिल होने से इनकार कर दिया. बाद में उन्होंने 54.2 डॉलर प्रति शेयर के भाव से 44 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने का ऑफर दिया. शुरुआत में कंपनी ने इस ऑफर को स्वीकार नहीं किया था, लेकिन कुछ दिनों बाद शेयरहोल्डर इस डील के लिए तैयार हो गए.
> मई महीने में Twitter ने अपनी फाइलिंग में बताया कि प्लेटफॉर्म पर बॉट्स की संख्या सिर्फ 5 परसेंट है. इस पर ही मस्क और पराग अग्रवाल के बीच विवाद शुरू हुआ. 13 मई को मस्क ने डील को होल्ड कर दिया.
> 16 मई को मस्क और पराग अग्रवाल के बीच बॉट अकाउंट्स को लेकर बहस हुई. इसके बाद 17 मई को मस्क ने डील होल्ड करने की धमकी दी. 8 जुलाई को मस्क डील के पीछे हट गए. 12 जुलाई को ट्विटर ने मस्क पर केस किया.
> इसके बाद कुछ दिनों तक मस्क और ट्विटर के बीच चूहे बिल्ली का खेल चलता रहा. 4 अक्टूबर को मस्क ने यू-टर्न लेते हुए एक बार फिर डील को पूरा करने का ऑफर दिया. 27 अक्टूबर को डील फाइनल कर ली गई.