scorecardresearch
 

Elon Musk ने दिखाया दिमाग पढ़ने वाली चिप का असर, बीमारियों में मिलेगी मदद

मस्क ने दावा किया है कि इसके एक बार डेवलप हो जाने के बाद इसका इस्तेमाल न्यूरोलॉजिकल कंडीशन वाले लोगों की मदद के लिए और स्मार्टफोन्स कंट्रोल करने जैसे कामों के लिए किया जा सकेगा.

Advertisement
X
Elon Musk
Elon Musk
स्टोरी हाइलाइट्स
  • न्यूरालिंक इवेंट की लाइव-स्ट्रीमिंग यूट्यूब पर की गई
  • इस दौरान मस्क ने तीन सूअरों को शोकेस किया
  • एक सूअर में दो महीने से चिप इंस्टॉल किया गया था

Tesla और SpaceX के CEO एलन मस्क ने शुक्रवार को ये घोषणा की है कि उनकी ब्रेन-कम्प्यूटर इंटरफेस कंपनी Neuralink ने एक सिक्के की साइज वाले चिप को सूअर के दिमाग में इंस्टॉल किया है.

Advertisement

मस्क ने दावा किया है कि इसके एक बार डेवलप हो जाने के बाद इसका इस्तेमाल न्यूरोलॉजिकल कंडीशन वाले लोगों की मदद के लिए और स्मार्टफोन्स कंट्रोल करने जैसे कामों के लिए किया जा सकेगा. ये जानकारी CNN ने अपनी एक रिपोर्ट में दी है.

न्यूरालिंक इवेंट की लाइव-स्ट्रीमिंग यूट्यूब पर की गई. इस दौरान मस्क ने तीन सूअरों को शोकेस किया. इनमें से Gertrude नाम वाले सूअर के दिमाग में दो महीने के लिए चिप इंस्टॉल किया गया था. वहीं, दूसरे सूअर में पहले चिप इम्प्लांट किया गया था और तीसरे में चिप नहीं था.

चिप का दिखाया असर

मस्क ने Gertrude को पेश करते हुए कहा कि ये हेल्दी और हैपी पिग है और इसमें दो महीने के लिए चिप इंस्टॉल किया गया था. डिस्प्ले करते हुए सूअर की रियल टाइम ब्रेन एक्टिविटी को लाइव दिखाया गया, जिसमें वो अलग-अलग चीजों को छू रहा था. न्यूरालिंक के नए ब्रेन-कम्प्यूटर डिवाइस को सूअर के दिमाग में इम्प्लांट किया गया था और इसे सूअर की नाक के न्यूरॉन्स से जोड़ा गया था.

Advertisement

मस्क ने अपने डिस्प्ले के दौरान इस बार भी जोर दिया कि ये डिवाइस रिमूवेबल है. एलन ने दावा किया कि इसे रोबोट्स द्वारा ब्रेन में एक घंटे से भी कम समय में इंस्टॉल किया जा सकता है. साथ ही बिना किसी झंझट के इसे निकाला भी जा सकता है.

Guardian की रिपोर्ट के मुताबिक, अपनी बात को समझाने के लिए मस्क ने दूसरे सूअर Dorothy को पेश किया. इस सूअर के साथ बताया गया कि आप न्यूरालिंक को लगा सकते हैं, निकाल सकते हैं और बाकियों की तरह हेल्दी और हैपी लाइफ जी सकते हैं.

द वर्ज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस डिवाइस का मुख्य उद्देश्य ये है कि उन लोगों की मदद की जा सके जो एडिक्शन, स्ट्रोक्स और मेमोरी लॉस जैसी न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से परेशान होते हैं. दूसरे वियरेबल डिवाइसेज की ही तरह ये चिप यूजर की हेल्थ को मॉनिटर करेगा और कुछ भी संदिग्ध पाए जाने पर सूचना देगा.

साथ ही मस्क ने ये भी दावा किया है कि इसका इस्तेमाल बड़ी चीजों के लिए भी किया जा सकता है. जैसे इसके इस्तेमाल से लोगों को AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) कैपेसिटी से लैस किया जा सकता है.

 

Advertisement
Advertisement