एक तरफ 5G को लेकर बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत की रैंकिंग गिरती ही जा रही है. हैरानी की बात ये है कि सिर्फ मोबाइल इंटरनेट ही नहीं, बल्कि फिक्स्ड लाइन ब्रॉडबैंड की स्पीड भी कम हो रही है. ग्लोबल स्पीड टेस्ट एजेंसी Ookla ने इंटरनेट स्पीड को लेकर लेटेस्ट रिपोर्ट जारी कर दी है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत पहले के मुकाबले और नीचे आ गया है. ग्लोबल इंटरनेट स्पीड टेस्ट में भारत की रैकिंग अगस्त महीने के मुकाबले सितंबर महीने में कम हुई है. ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट दोनों ही स्पीड के मामले में भारत की रैंक कम हुई है.
डेटा के मुताबिक, सितंबर महीने में भारत में ग्लोबल इंटरनेट रैकिंग में एक पायदान नीचे आया है. ब्रॉडबैंड स्पीड में भारत 117 स्थान से 118 पोजीशन पर पहुंच गई है. वहीं मोबाइल इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत 78 रैंक से गिरकर 79 रैंक पर पहुंच गया है.
हालांकि, अगस्त के मुकाबले सितंबर महीने में भारत की औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड बेहतर हुई है. अगस्त में जहां औसत मोबाइल डाउलनोड स्पीड 13.52Mbps थी, वहीं सितंबर में बढ़कर 13.87Mbps हुई है.
ब्रॉडबैंड स्पीड की बात करें तो औसत स्पीड सितंबर महीने में 48.29Mbps से बढ़कर 48.59Mbps हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, Kosovo ने रैकिंग में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी की है. दुनिया में सबसे तेज मोबाइल इंटरनेट का ताज अभी भी नॉर्वे के पास है.
ओवरऑल ब्रॉडबैंड स्पीड के मामले में चिली सबसे ऊपर है. Ookla हर महीने ग्लोबल इंटरनेट स्पीड का डेटा जारी करता है. इस डेटा को लाखों लोगों द्वारा किए गए Speed Test के आधार पर जारी किया जाता है.
इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत अभी भी दूसरे देशों से काफी पीछे है. हाल में ही देश में 5G नेटवर्क लॉन्च हुआ है. हालांकि, इसकी पहुंच अभी कुल 8 शहरों तक है. इसमें भी सभी यूजर्स को 5G कनेक्टिविटी नहीं मिल रही है.
उम्मीद है कि 5G सर्विस के पूरी तरह से रोलआउट होने के बाद मोबाइल इंटरनेट स्पीड में थोड़ा सुधार आए. वहीं ब्रॉडबैंड स्पीड के मामले में भी भारत काफी नीचे है. दोनों ही कैटेगरी में पिछले महीने के मुकाबले स्पीड बेहतर हुई है, लेकिन इसके बाद भी लिस्ट में भारत बहुत नीचे हैं.