इन दिनों OTP का इंपॉर्टेंस लोगों के लिए काफी बढ़ चुका है. ओटीपी के बिना ट्रांजैक्शन से लेकर कई बड़ी चीजें नहीं हो पाती हैं. कई लोग शिकायत कर रहे है कि उन्हें वन टाइम पासवर्ड (OTP) SMS से नहीं मिल पा रहा है. बैंक, ई-कॉमर्स का OTP लोगों को SMS के जरिए नहीं मिल पा रहा है.
यहां तक CoWIN के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए भी ओटीपी नहीं आ पा रहा है. जिन लोगों ने टू-फैक्टर ऑथेन्टिकेशन इनेबल कर रखा है उन्हें लॉगिन करने के लिए OTP नहीं मिल रहा है. जिस वजह वो लॉगिन नहीं कर पा रहे है. टेलीकॉम ऑपरेटर ने इस समस्या पर अभी तक कोई प्रेस रिलीज जारी नहीं किया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक दरअसल ये समस्या नई SMS रेगुलेशन की वजह से आ रही है. नए SMS रेगुलेशन को SMS फ्रॉड रोकने के लिए TRAI द्वारा शुरू किया गया था. लेकिन इस प्रोसेस की वजह से कई समस्याएं सामने आ रही है. जिसमें अभी ओटीपी का नहीं आना एक बड़ी समस्या है.
रिपोर्टेस के मुताबिक TRAI ने नई गाइडलाइंस जारी की है. इस गाइडलाइंस में सभी टेलीकॉम ऑपरेटर को DLT पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसका मकसद ओटीपी फ्रॉड और स्पैम SMS को रोकना है. इसको लागू करने के लिए ऑपरेटर DLT प्रोसेस शुरू कर चुके है. इस वजह से पुश नॉटिफिकेशन डिस्टर्ब हो गया है. लोगों को अब जरूरी ओटीपी ही नहीं मिल रहा है.
नए DLT सिस्टम में रजिस्टर्ड टेम्पलेट वाले हर SMS के कंटेंट को वेरिफाई करने के बाद ही डिलीवर किया जाएगा. इस प्रोसेस को स्क्रबिंग कहा जाता है. इसे 8 मार्च से लागू कर दिया गया है. जिसके बाद से ओटीपी आने में दिक्कतें आ रही है.
टेलीकॉम कंपनियों ने बैंक और कंपनियों को अपने टेम्पलेट रजिस्टर करवाने के लिए पहले ही कहा था. इसके लिए उन्हें 7 मार्च तक का टाइम दिया गया था. 8 मार्च से इस नियम को लागू कर दिया. अब जिन कंपनियों ने अपना टेम्पलेट रजिस्टर नहीं करवाया है उनका ओटीपी नहीं आ रहा है. कंपनियां जब टेम्पलेट रजिस्टर करवा लेगी तो ये समस्या दूर हो जाएगी.
अभी ये साफ नहीं है कि ये समस्या कब तक दूर हो पाएगी. माना जा रहा है कि कंपनियां जल्द अपने टेम्पलेट को रजिस्टर करवा कर इस समस्या को दूर करने की कोशिश करेगी.