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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पॉडकास्ट, AI वर्ल्ड के लिए भारत को बताया जरूरी, 5 प्वाइंट्स में समझें इंडिया की भूमिका

PM Modi Podcast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के मशहूर पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन के साथ बातचीत की. तीन घंटे तक चली इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने AI को लेकर अपनी राय रखी. दुनिया AI के लिए कुछ भी कर ले, लेकिन भारत के बिना AI अधूरा है. उन्होंने कहा कि यहां सभी एक-दूसरे की अपने अनुभव और ज्ञान से मदद कर सकता है.

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PM Modi ने American podcaster Lex Friedman से की बातचीत.
PM Modi ने American podcaster Lex Friedman से की बातचीत.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के मशहूर पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन के साथ बातचीत की. तीन घंटे से ज्यादा देर तक चली इस बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने AI को लेकर अपनी राय रखी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया AI के लिए कुछ भी कर ले, लेकिन भारत के बिना AI अधूरा है. 

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पीएम मोदी ने आगे कहा कि यहां सभी एक-दूसरे के अनुभव और ज्ञान से मदद कर सकते हैं. भारत सिर्फ इसका मॉडल नहीं बना रहा है, बल्कि विशेष उपयोग के मामलों के हिसाब से AI बेस्ड एप्लीकेशन को भी डेवलप कर रहा है. यहां आपको बताने जा रहे हैं कि भारत AI के लिए इतना जरूरी क्यों है. आइए एक-एक करके इसके बारे में जानते हैं.  

1. भारत के पास विशाल डेटा मौजूद 

भारत की 1.4 अरब से अधिक आबादी हर दिन बड़े पैमाने पर डेटा जनरेट करती है. यह डेटा हेल्थ, ई-कॉमर्स और फाइनेंशियल जैसे सेक्टर में AI मॉडल को ट्रेन करने के लिए बहुत जरूरी है. 

2. काबिल इंजीनियर और प्रोफेशनल्स 

भारत हर साल लाखों इंजीनियर और आईटी प्रोफेशनल तैयार करता है, जिनकी AI, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस को लेकर अच्छी जानकारी होती है. भारत में मौजूद IIT और IISc जैसे संस्थान विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हैं. 

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3. मजबूत होता स्टार्टअप इकोसिस्टम

भारत में 4,000 से अधिक AI स्टार्टअप हैं, जिनमें Fractal Analytics, Haptik और Mad Street Den जैसे यूनिकॉर्न शामिल हैं. सरकार की Startup India पहल ने इस सेक्टर को और बढ़ावा दिया है. 

4. सरकारी पहल और निवेश

भारतीय सरकार ने AI को बढ़ावा देने के लिए कई पहलें शुरू हो चुकी हैं, जिनमें कई योजनाएं शामिल हैं. आइए उनके बारे में एक-एक करके जानते हैं. 

  • राष्ट्रीय AI रणनीति (NITI Aayog) – AI अनुसंधान और अपनाने पर ध्यान केंद्रित.
  • IndiaAI मिशन – AI और डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करना.
  • AI for All – आम जनता के लिए AI साक्षरता को बढ़ावा देना. 

5. किफायती AI विकास

भारत में कम लागत में उच्च-गुणवत्ता वाला AI विकास किया जाता है, जो इसे अमेरिका और यूरोप की तुलना में अधिक आकर्षक बनाता है. Google, Microsoft, IBM जैसी कंपनियों ने भारत में AI रिसर्च सेंटर बनाए गए हैं. 

AI का अलग-अलग सेक्टर में हो रहा यूज 

भारत के अलग-अलग सेक्टर में AI का उपयोग हो रहा है,

  • स्वास्थ्य (AI-आधारित डायग्नोसिस, टेलीमेडिसिन)
  • कृषि (सटीक खेती, फसल निगरानी),
  • फाइनेंस सेक्टर (धोखाधड़ी की पहचान, डिजिटल बैंकिंग),
  • एजुकेशन (पर्सनलाइज्ड लर्निंग, AI ट्यूटर)
  • सरकारी प्रशासन (स्मार्ट सिटीज, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर) आदि में. 

IT मिनिस्टर ने तय कर चुके हैं टारगेट 

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केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि भारत अगले 10 महीनों में अपना खुद का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल विकसित करेगा. यह मॉडल भारतीय को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा. 

इसको लेकर सरकार ने 18,000 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs) के साथ एक एडवांस्ड डेटा सेंटर तैयार करने की प्लानिंग तैयार की है. जो AI मॉडल की ट्रेनिंग और एग्जीक्यूशन के लिए काम करेगा. वर्तमान में, लगभग 10,000 GPUs पहले से ही काम कर रहे हैं. 

Sam Altman ने भी की थी भारत की तारीफ 

​ChatGPT मेकर OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने हाल ही में भारत दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेक्टर में भारत की तारीफ की थी. उन्होंने कहा कि भारत AI के लिए एक जरूरी बाजार है और OpenAI के लिए ग्लोबल लेवल पर दूसरा सबसे बड़ा बाजार है. 

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