PM WANI: भारत सरकार ने देश भर के लिए पब्लिक इंटरनेट के लिए PM WANI योजना का ऐलान किया है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सरकार के पब्लिक वाईफ़ाई के इस प्रोजेक्ट के बारे में समझाया है.
PM WANI के तहत किराना स्टोर भी अब इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर यानी ISP से इंटरनेट लेकर वाईफाई हॉट स्पॉट सेटअप कर सकेंगे. ये स्कीम दरअसल देश भर में पब्लिक वाईफाई कनेक्टिविटी के लिए है जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है.
आम तौर पर देश में जहां जहां भी पब्लिक वाईफाई लगाए गए हैं, यूजर्स शिकायत करते हैं कि वो ठीक से काम नहीं कर रहे या कनेक्टिविटी प्रॉब्लम है. अब PM WANI के तहत इस समस्या पर किस तरह से फोकस कर किया जाता है ये देखना दिलचस्प होगा. आइए जानते हैं PM WANI के बारे में..
PM WANI काम कैसे करेगा?
टेलीकॉम मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि PM WANI के लिए पब्लिक डेटा ऑफिस (PDOs) सेटअप किए जाएँगे. PDO किसी भी तरह की दुकान या फिर छोटे सर्विस प्रोवाइडर्स हो सकते हैं.
पब्लिक डेटा ऑफिस किसी भी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) से इंटरनेट लेकर अपना नेटवर्क कनेक्टिविटी के लिए हॉट स्पॉट तैयार कर सकते हैं. इसके लिए किराना स्टोर या चाय दुकान भी साइन अप कर सकेंगे.
रविशंकर प्रसाद के मुताबिक़ पब्लिक डेटा ऑफिस सेटअप करने के लिए किसी भी तरह के लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन की ज़रूरत नहीं होगी. ये भी कहा गया है क PDO सेटअप करने के लिए रजिस्ट्रेशन फ़ीस भी नहीं लगेंगे.
पब्लिक डेटा ऑफ़िस यानी PDO के बाद नंबर आता है PDAs यानी पब्लिक डेटा ऐग्रिगेटर्स का. PDA को बक़ायदा सेटअप लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा. हालाँकि इन्हें भी फ़ीस नहीं देनी होगी. सरकार ने कहा है कि PDA का रजिस्ट्रेशन 7 दिन के अंदर हो जाएगा.
आम जनता कैसे कर पाएगी पब्लिक वाईफ़ाई ऐक्सेस?
सरकार के मुताबिक़ एक ऐप लाया जाएगा जो ऐप स्टोर पर उपलब्ध होगा. ये ऐप सरकार की वेबसाइट से भी डाउनलोड किया जा सके. ऐप डाउनलोड करने के बाद आपको सबसे पहले अपनी जानकारी दर्ज करके साइन अप करना होगा.
साइन अप और ख़ुद को ऑथेन्टिकेट करने के बाद आप पब्लिक वाईफ़ाई ऐक्सेस करने के लिए एलिजिबल होंगे. साइन अप प्रोसेस के बाद देश में कहीं भी सरकार का पब्लिक वाईफ़ाई होगा आप इसे कनेक्ट कर सकेंगे.
ग़ौरतलब है कि आम तौर पर पब्लिक वाईफ़ाई से कनेक्ट होने के लिए किसी ऐप का डाउनलोड किया जाना अनिवार्य नहीं होता है. पब्लिक वाईफ़ाई यूज करने के लिए ज़्यादातर लोगों को अपना फ़ोन नंबर देना होता है और OTP आने के बाद इंटरनेट यूज किया जा सकता है.
पब्लिक वाईफ़ाई कनेक्ट करने के लिए ख़ास ऐप पर अपनी निजी जानकारी दर्ज करना, ये प्राइवेसी पसंद लोगों को रास नहीं आएगा. हालाँकि आने वाले समय में ही क्लियर होगा कि इस ऐप में साइन अप करने के लिए यूज़र्स से किस तरह की जानकारियाँ माँगी जा रही हैं.