Samsung ने कुछ महीने पहले Solve for Tomorrow इनोवेशन कॉन्टेस्ट शुरू किया था. अब Samsung के Solve for Tomorrow इनोवेशन कॉन्टेस्ट के विनर्स की घोषणा कर दी गई है. Solve for Tomorrow इनोवेशन कॉन्टेस्ट जीतने वाले तीन विनर्स को टोटल 1 करोड़ रुपये का ग्रांट दिया जा रहा है.
इस कॉन्टेस्ट के विनर्स Sputnik Brain, Udaan और Alpha Monitor को ग्रांट के अलावा 6 महीने का इन्क्यूबेशन भी दिया जा रहा है. इसमें फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (FITT), IIT दिल्ली इनको इनके प्रोटोटाइप तैयार करने में मदद करेगी.
यूथ के लिए था ये प्रोग्राम
इसके अलावा विनर्स के प्रोडक्ट और सर्विस के लिए रियल-वर्ल्ड कंज्यूमर वैलिडिटेशन खोजने में भी मदद की जाएगी. Samsung का ये CSR पहल देश के यूथ के लिए लॉन्च किया गया है. इससे देशभर के उन युवाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है जो अपने इनोवेटिव आइडिया से लोगों की रियल लाइफ प्रॉब्लम सॉल्व करके उनके जीवन को आसान बनाना चाहते हैं.
कैश प्राइज और इन्क्यूबेशन सपोर्ट के अलावा सभी विनिंग टीम को सर्टिफिकेट, एक ट्रॉफी, एक सैमसंग Galaxy Book2 Pro 360 लैपटॉप और Samsung Galaxy Buds2 दिए जा रहे हैं. हर टीम को उनके स्कूल या कॉलेज के लिए 85-इंच का Samsung Flip इंटरेक्टिव डिजिटल बोर्ड भी दिया जा रहा है.
जून में लॉन्च हुआ था प्रोग्राम
आपको बता दें कि इस कॉन्टेस्ट को जून में लॉन्च किया गया था. इसमें 16-22 साल के युवा भाग ले सकते थे. इसमें उनको एजुकेशन, एनवायरमेंट, हेल्थकेयर और एग्रीकल्चर में अपना इनोवेटिव आइडिया देना था. इसके लिए कंपनी 18 हजार एंट्री मिली थी.
टॉप-50 टीम को FITT, IIT दिल्ली और सैमसंग के एक्सपर्ट्स ने सेलेक्ट किया था. उनलोगों ने तीन दिन के लिए आईआईटी दिल्ली बूट कैंप में भी डिजाइन थिकिंग पर ट्रेनिंग लिया. इसके बाद अपने आइडिया को उन्होंने जज के सामने पेश किया. इसमें से 10 टीमों को सेलेक्ट किया गया.
इन टीम को फिर से 6 हफ्ते के लिए ट्रेनिंग देकर प्रोटोटाइप बिल्ड करने में मदद की गई. उन्होंने सैमसंग के हेडक्वार्टर और R&D और डिजाइन सेंटर को भी विजिट किया. फाइनल इवेंट के बाद तीन विनर्स को सेलेक्ट कर लिया गया.
विनर्स और उनके आइडिया
Sputnik Brain: बेंगलुरु के 22 वर्षीय शंकर श्रीनिवासन ने एक वेयरेबल डिवाइस के बारे में बताया जो सेफ ब्रेन मॉड्यूलेशन से स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है.
Udaan: इसमें पोर्ट ब्लेयर और दिल्ली की तीन लड़कियां प्रिशा दुबे, अनुप्रिया नायक और वनालिका कोंवरने इको-फ्रेंडली, अफोर्डेबल और वॉशेबल सैनेटरी पैड्स को कटे हुए गन्ने खोई से तैयार किया है.
Alpha Monitor: हैदराबाद के 16 वर्षीय Hemesh Chadalavada ने अल्जाइमर के रोगियों पर नजर रखने और उनके देखभाल करने वालों को उनके व्यवहार में बदलाव के बारे में सचेत करने के लिए एक स्मार्ट रिस्टबैंड तैयार किया है.