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स्मार्टफोन पर भी मिलेगी सिगरेट के जैसी वॉर्निंग? इस देश में सरकार से उठी मांग

स्मार्टफोन्स और सोशल मीडिया एडिक्शन को रोकने के लिए दुनियाभर में मांग हो रही है. ऑस्ट्रेलिया ने बच्चों के लिए सोशल मीडिया को बैन करने का फैसला किया है. वहीं स्पेन में भी अब डिजिटल डिवाइस को लेकर कड़े नियम बनाने की मांग की जा रही है. 50 एक्सपर्ट्स की एक टीम ने सरकार से डिजिटल डिवाइस और सोशल मीडिया को लेकर कई मांग की है.

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सिगरेट के पैकेट पर एक वॉर्निंग लिखी होती है. भले ही इसके बाद भी लोग स्मोक करना नहीं छोड़ते हों, लेकिन उन्हें हेल्थ से जुड़ी एक वॉर्निंग जरूर दे दी जाती है. ऐसा ही कुछ अब स्मार्टफोन्स के साथ हो सकता है. स्मार्टफोन्स और सोशल मीडिया लेकर दुनियाभर में नए-नए फैसले लिए जा रहे हैं.

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कुछ वक्त पहले ऑस्ट्रेलिया ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए देश में सोशल मीडिया बैन करने का फैसला लिया है. वहीं स्पेन में स्मार्टफोन्स को लेकर कुछ कदम उठाने की मांग की जा रही है. 

रिपोर्ट्स की मानें तो एक्सपर्ट्स ने सरकार से मांग की है कि स्पेन में बिकने वाले स्मार्टफोन्स पर हेल्थ से जुड़े नुकसान की डिटेल्स दी होनी चाहिए. ये भी कहा गया है कि चेकअप के दौरान डॉक्टर्स को स्क्रीन टाइम के बारे में भी पूछना चाहिए. 

टेक्नोलॉजी से बच्चों को दूर रखने के लिए कानून

स्पेन बच्चों को टेक्नोलॉजी से दूर रखने के लिए एक कानून लाने की तैयारी में है. इस सिलसिले में एक ड्राफ्ट तैयार किया गया है. 50 एक्सपर्ट्स की एक कमेटी ने मांग की है कि 13 साल और उससे कम उम्र के बच्चों को डिजिटल डिवाइसेस का एक्सपोजर कम से कम दिया जाना चाहिए. 

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एक्सपर्ट्स ने 250 पेज की एक रिपोर्ट तैयार की है, जिसके मुताबिक 3 साल से कम उम्र के बच्चों को डिजिटल डिवाइसेस का कोई एक्सपोजर नहीं दिया जाना चाहिए. वहीं 6 साल की उम्र तक के बच्चों को खास मौकों पर ही ऐसे डिवाइसेस का एक्सेस मिलना चाहिए. 

6 से 12 साल की उम्र वाले बच्चों को डम्ब फोन इस्तेमाल करना चाहिए. इन फोन्स पर इंटरनेट का एक्सेस नहीं होता है. इन्हें सिर्फ कॉलिंग और ऑफलाइन एक्टिविटी के लिए ही इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके साथ ही कमेटी ने मांग की है कि स्पेन में बिकने वाले डिजिटल डिवाइसेस पर एक वॉर्निंग लेबल भी होना चाहिए. 

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हेल्थ से जुड़ी वॉर्निंग मिले

उस पर जानकारी दी जानी चाहिए कि सोशल मीडिया और डिजिटल डिवाइस से हेल्थ को क्या नुकसान पहुंचेगा. ऐसी ही वॉर्निंग चुनिंदा ऐप्स या प्लेटफॉर्म्स को ओपन करने पर भी आनी चाहिए. साथ ही किसी ऐप को मैक्सिमम कितना यूज किया जा सकता है कि इसकी जानकारी भी मिलनी चाहिए. 

स्पेन में मांग की जा रही है कि मोबाइल फोन एडिक्शन को पब्लिक हेल्थ प्रॉब्लम घोषित कर देना चाहिए. दुनियाभर में सोशल मीडिया और स्मार्टफोन्स को लेकर सरकार पर बड़े कदम उठाने का दबाव बनाया जा रहा है. बच्चों में स्मार्टफोन्स का बढ़ता एडिक्शन पैरेंट्स के लिए एक गंभीर चुनौती बनती जा रही है.

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