रूस ने पिछले हफ्ते यूक्रेन पर हमला किया और दोनों देशों के बीच अभी भी युद्ध चल रहा है. TikTok और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इसके वीडियो लगातार शेयर हो रहे हैं. TikTok और Instagram Reels जो अब तक एंटरटेनमेंट के लिए जाने जाते रहे हैं, यूक्रेन पर हुए हमले ने इनके यूजर्स को एक अलग तरीके का अनुभव कराया है.
अपनों के हाथ थामे रोते लोग, जान बचाने के लिए शेल्टर्स में छिपे यूक्रेन के नागरिक, रोड पर बमों के धमाके और लोगों के आशियाने पर होते मिसाइलों से हमले...वीडियो शेयरिंग ऐप्स पर युद्ध की ये झलकियां दिल दहला देने वाली हैं.
यूक्रेन के सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स लगातार इसी तरह के वीडियो शेयर कर रहे हैं. यंग यूजर्स फूल और हंसते हुए दोस्तों के बजाय सोशल मीडिया पर बंकरों में छिपे लोगों की तस्वीरे शेयर कर रहे हैं.
यूक्रेनियन यूजर्स अपने फॉलोअर्स से यूक्रेन के लिए प्रार्थना और मिलिट्री को सपोर्ट करने के लिए डोनेट को करने को कह रहे हैं. रूस के हमले ने सोशल मीडिया की छवि को बदल दिया है. दुनिया की युवा आबादी सोशल मीडिया पर सक्रिय है. सोशल मीडिया की पावर ही है, तो जो यूक्रेन के राष्ट्रपति Volodymyr Zelenskiy ने TikTok का जिक्र जंग खत्म करने वाली एक स्पीच में किया है.
हालांकि, सोशल मीडिया का इस्तेमाल माहौल खराब करने के लिए भी किया जा रहा है. सोमवार को Meta ने जानकारी दी थी कि कुछ यूजर्स यूक्रेन के पब्लिक फिगर के अकाउंट्स हैक करने की कोशिश कर रहे हैं. हैकर्स के निशाने पर यूक्रेन के राजनेता, मिलिट्री ऑफिसर और उनसे जुड़े लोग हैं. Meta की मानें तो हैकर्स ने कुछ अकाउंट्स का एक्सेस भी हासिल कर लिया था और वह एक फेक YouTube वीडियो पोस्ट करने की कोशिश कर रहे थे. हैकर्स के इस ग्रुप का नाम Ghostwriter बताया गया है.
रिपोर्ट्स की मानें तो Ghostwriter हैकर्स यूक्रेन के पॉपुलर लोगों के अकाउंट्स से एक फेक वीडियो पोस्ट करना चाहते थे. इस वीडियो में दिखाया गया है कि यूक्रेन की सेना एक जंगल से सफेद झंडा दिखाते हुए बाहर आ रही है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए यह वक्त किसी चुनौती से कम नहीं है. ऐसे समय में गलत जानकारियों को रोकना बड़ी हर सोशल मीडिया कंपनी की बड़ी जिम्मेदारी बन गया है.