फेसबुक के लिए सोमवार का दिन बुरे सपने की तरह था. क्योंकि, खुद फेसबुक और कंपनी के इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप जैसे ऐप्स करीब 6 घंटे के लिए भारत समेत दुनियाभर के लिए बंद रहे. इन ऐप्स को इस्तेमाल करोड़ों लोगों द्वारा घर से लेकर ऑफिस के काम तक के लिए किया जाता है. ऐसे में सभी को दिक्कत का सामना करना पड़ा. ये आउटेज इतना बड़ा था कि ना केवल आम लोगों को बल्कि खुद फेसबुक के इंजीनियर्स के लिए भी आफत बन गया था.
इस आउटेज की वजह से फेसबुक इंटरनल सिस्टम डाउन हो गए थे. साथ ही आ रही दिक्कत को ठीक करने के लिए फेसबुक के इंजीनियर्स को खुद उठ कर ऑफिस जाना पड़ा था. ये बात इसलिए बड़ी है क्योंकि केवल हार्डवेयर से संबंधित कामों के लिए इंजीनियर्स को फिजिकल तौर पर सर्वर रूम जाने की जरूरत पड़ती है.
सर्वर को मैनुअली रिसैट करना पड़ा
न्यू यॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिक्कत शुरू होने के बाद फेसबुक ने कैलिफोर्निया के सांता क्लारा स्थित डेटा सेंटर में इंजीनियर्स की एक छोटी टीम को भेजा था. इस टीम को इसलिए भेजा गया था ताकी सर्वर रूम में जाकर आ रही दिक्कत की पहचान कर सकें और उसे ठीक कर सकें. लेकिन, चूंकि, आउटेज के चलते फेसबुक के इंटरनल सर्वर डाउन हो गए थे. इसलिए डेटा सेंटर पहुंचे इंजीनियर्स के सिक्योरिटी बैज काम नहीं कर रहे थे.
ऐसे में इंजीनियर्स को दूसरे तरीके से डेटा सेंटर में अंदर जाना पड़ा. फिर वहां जाकर सर्वर्स को मैनुअली रिसेट करना पड़ा. इतना ही नहीं इस आउटेज से फेसबुक के इंटरनल कम्यूनिकेशन चैनल Workplace को भी असर हुआ और कर्मचारियों को Outlook, LinkedIn और Discord जैसे प्लेटफॉर्म्स को इस्तेमाल करना पड़ा.
जब इंजीनियर्स फिजिकल तौर पर सर्वर रूम पहुंचे तब जार दिक्कत दूर हुई. बाद में फेसबुक की ओर से इसे लेकर माफी भी मांगी गई और एक ब्लॉग जारी कर आउटेज आने की वजह को भी बताया गया. यानी पूरे घटनाक्रम को अगर देखा जाए तो आउटेज इतना बड़ा था कि एक तो फेसबुक के इंजीनियर्स को सीधे सर्वर रूम जाने की जरूरत पड़ गई और वहां भी सिक्योरिटी बैज काम ना करने की वजह से आने जाने के लिए भी मशक्कत करनी पड़ी.