Elon Musk की ट्विटर में हो रही एंट्री बहुत से कर्मचारियों को रास नहीं आ रही है. आनन फानन में हुई यह डील कर्मचारियों को अपने पक्ष में नजर नहीं आ रही है. शायद यही वजह है कि ट्विटर का एक एम्पलाई कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल पर भड़क उठा.
एम्प्लाइज को डर है कि एलॉन मस्क के हाथों में कंपनी आने के बाद बड़ी संख्या में लोगों की ट्विटर से विदाई हो सकती है. मस्क ने इसके संकेत भी दिए हैं. वैसे तो कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल ने साफ किया है कि कंपनी अगले 6 महीनों तक किसी को नहीं निकाल रही है. लेकिन मस्क से डील फाइनल होने के बाद क्या होगा कर्मचारियों का सवाल इस मानों अटक गया है.
शुक्रवार को ट्विटर एम्प्लाइज के साथ सीईओ पराग अग्रवाल की मीटिंग में यह सवाल कर्मचारियों की जबान पर बना रहा. रिपोर्ट्स की मानें तो इसकी वजह से पराग अग्रवाल को एम्प्लाइज का गुस्सा भी झेलना पड़ा है और उन्होंने कर्मचारियों को शांत करने की कोशिश की.
दरअसल, एलॉन मस्क ने 44 अरब डॉलर (लगभग 3,36,400 करोड़ रुपये) में ट्विटर को खरीदने की डील की है. वह लगातार ट्विटर की कंटेंट मॉडिरेशन प्रैक्टिस और टॉप एक्जीक्यूटिव्स की स्पीच और सेफ्टी पॉलिसी को लेकर आलोचना करते रहते हैं.
Reuters की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनल टाउन-हॉल मीटिंग में CEO पराग अग्रवाल ने कहा कि कंपनी स्टाफ के चिंताओं को मॉनिटर कर रही है, लेकिन मस्क के साथ बायआउट डील के बाद क्या होगा इस पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.
मस्क ने बैंक्स के साथ हुई बातचीत में ट्विटर बोर्ड और एक्जीक्यूटिव्स की सैलरी में कटौती की बात कही थी, लेकिन यह कटौती कितनी होगी इसकी जानकारी नहीं है. इस मीटिंग में एक एम्प्लाई ने (तेज आवाज में) पराग अग्रवाल से पूछा, 'मैं शेयरहोल्डर वैल्यू और कर्तव्यों के बारे में सुन-सुन कर थक गया हूं. हम में से बहुत से लोगों का मानना है कि इस डील के बाद हम अपनी नौकरी खो देंगे.'
इस पर अग्रवाल ने कहा कि ट्विटर हमेशा अपने एम्पलाइज के बारे में सोचता है और आगे भी ऐसा ही होता रहेगा. हाल में ही एलॉन मस्क ने ट्विटर की पॉलिसी हेड विजया गाड्डे को उनके पुराने फैसलों के लिए टार्गेट किया है.