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चुनाव में फेक न्यूज-हिंसा भड़काने वाले ट्वीट पर होगा एक्शन, जानें नए नियम

विधानसभा चुनावों के मद्देनजर ट्विटर ने अपनी पॉलिसी को अपडेट किया है. चुनाव के दौरान फेक न्यूज, ट्वीट बेचने या खरीदने और हिंसा भड़काने वाले ट्विटर अकाउंट पर ट्विटर एक्शन लेगा.

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ट्विटर
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • Twitter इंडिया ने बताया नए नियम के बारे में
  • हिंसा भड़काने वाले ट्वीट पर लिया जाएगा ऐक्शन

आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर ट्विटर इंडिया की ओर से एक अहम बयान सामने आया है. विधानसभा चुनावों के मद्देनजर ट्विटर ने अपनी पॉलिसी को अपडेट किया है. चुनाव के दौरान फेक न्यूज, हिंसा भड़काने वाले ट्विटर अकाउंट पर ट्विटर एक्शन लेगा. साथ ही ट्वीट बेचने या खरीदने पर एक्शन लिया जाएगा. 

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चुनावों के दौरान सार्वजनिक बातचीत महत्वपूर्ण है और ये ट्विटर पर संभव है. ट्विटर लोकतांत्रिक बातचीत को मजबूत बनाने, सार्थक पॉलिटिकल डिबेट को सुविधाजनक बनाने और चुनाव में लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देने लिए काम कर रहा है.  

असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, और पुदुचेरी में होने वाले विधानसभा को देखते हुए पॉलिसी, प्रोडक्ट और इनफोर्समेंट लागू कर रहे है. ये भारत और विदेश में हुए पिछले चुनावों से मिली सीख के आधार पर तैयार किए गए हैं. 

चुनावों को देखते हुए ट्विटर एक नया अपडेट जारी कर रहा है. ये देश की सांस्कृतिक को देखते गुए बनाया गया है. इस सर्विस से हेल्थी सिटीजन कन्वर्सेशन को बढ़ावा मिलेगा. इसके लिए कंपनी ने अपनी टीम को बड़ा किया है. 

इसके लिए ग्लोबल क्रॉस फंक्शनल टीम लोकल, कल्चरल और लैंग्वेज एक्सपरटाइज के साथ इलेक्शन इंटेग्रिटी वर्क पर काम करेंगी. ये वायलेंस, एब्यूज और थ्रेट और इसके ऑफलाइन प्रभाव पर नजर रखेंगे. 

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इसके लिए कंपनी टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करेगी. ताकि ट्विटर के नियम को तोड़ने वाले कंटेंट पता लगाया जा सकें. गलत सूचना से निपटने पर भी कंपनी काम कर रही है.

सिटीजन इंटेग्रिटी लागू करने से कंपनी उन कंटेंट को हटा देगी जो फेयर इलेक्शन में बाधा पहुंचाएगी. इसमें चुनाव के प्रोसेस की भ्रामक जानकारी या चुनाव में भाग ना लेने की जानकारी शामिल होगी. इसमें वैसी गलत जानकारी भी शामिल होगी जिससे चुनाव को डिस्टर्ब किया जा सकें.

जैसे वोटिंग खत्म होने पहले ही कोई वोटिंग खत्म होने के कंटेंट डालता है तो कंपनी उसको हटा देगी. ट्विटर किसी राजनैतिक पार्टी या उम्मीदवार के फेक अकाउंट को भी हटा देगी.

कंपनी गलत तरीकों से किए गए पोल, लाइक खरीदने पर भी बड़ी कार्रवाई करेगी. ट्विटर ने 2019 से ही राजनैतिक ऐड पर बैन लगा दिया है. इस वजह स ये पॉलिटिकल ऐड वाले कंटेंट को भी अपने प्लेटफॉर्म से हटा देगी. गलत कंटेंट को कंपनी लेबल कर देगी. इस वजह से इसके रीच को भी घटा दिया जाएगा. किसी आपत्तिजनक कंटेंट की शिकायत यूजर ट्विटर के हेल्प सेंटर पर कर सकता है. 

वोटिंग और इलेक्शन वाले दिन के लिए कंपनी ने इवेंट पेज बनाया है. इसपर चुनाव से संबंधित ट्वीट क्रेडिबल अकाउंट से दिखेंगे. चुनाव को लेकर कंपनी लगातार अपडेट देती रहेगी. ये अपडेट कई भाषाओं में होगा. 

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कंपनी ने कहा है कि अगर यूजर किसी कंटेंट को लेकर श्योर नहीं है तो वो उसे ना शेयर करें. शेयर करने से गलत कंटेंट भी काफी फैल जाते हैं. जब फिजिकल रिस्क की बात हो तो ये काफी जरूरी हो जाता है. इसके लिए #ThinkBeforeYouShare या #SochKeShareKaro याद रखें.

इलेक्शन के अपडेट हमेशा क्रेडबल सोर्स से ही लें. इसके लिए कंपनी ने बंगाली, तमिल, मलयालम, असमीज, हिंदी और इंग्लिश भाषाओं में क्रेडबल सोर्स तैयार किया है. जो यूजर को कैंडिडेट लिस्ट, वोटिंग डेट, पॉलिंग बूथ जैसी जानकारी उपलब्ध करवाएंगें.

ट्विटर ने सब से अपील किया है सभी ट्विटर के रूल्स को समझ लें. अगर उन्हें लगता है कोई कंटेंट ट्विटर के रुल को तोड़ता है तो उसे रिपोर्ट करें. यूजर अपने ट्विट को लिमिट या परेशना करने वाले अकाउंट को ब्लॉक भी कर सकते हैं. 

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