साइबर स्कैम के आए दिन नए-नए केस पढ़ने को मिल रहे हैं. इन केस में भोले-भाले लोगों को लाखों रुपये की ठगी का सामना तक पड़ता है. आज हम साइबर क्राइम के एक बड़े ही कॉमन तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका नाम Sideloading है. दरअसल, आजकल Sideloading की मदद से कई लोगों के बैंक अकाउंट को बिना ओटीपी के खाली कर दिया जाता है.
साइडलोडिंग शब्द का इस्तेमाल दो डिवाइसों के बीच फाइलों को ट्रांसफर करने के प्रोसेस के लिए किया जाता है. ये डिवाइस केबल या वायरलेस नेटवर्क से कनेक्ट होते हैं.
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स्कैमर्स इस तकनीक का इस्तेमाल करके आपके फोन में मौजूद कुछ संदिग्ध डेटा को ट्रांसफर कर लेते हैं. ऐसा करके वे ओटीपी आदि का एक्सेस करके बैंक अकाउंट आदि में सेंध लगा सकते हैं और लाखों रुपये लूट सकते हैं.
Sideloading से बचाव के लिए कुछ खास टिप्स को फॉलो किया जा सकता है. इसकी मदद से आप चेक कर सकते हैं कि कहीं आप तो किसी ऐसे मामले के शिकार तो नहीं हुए हैं.
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Antivirus App का इस्तेमाल करके आप Potential Threats को डिटेक्ट कर सकते हैं. बाजार में कई एंटीवायरस ऐप्स मिल जाएंगे, जिसमें फ्री और पेड वर्जन तक शामिल हैं.
Sideloading की मदद से फोन में ऐप्स भी डाउनलोड हो सकते हैं. दरअसल, इंटरनेट की दुनिया में कई ऐप्स ऐसे हैं, जो स्कैमर्स आदि को रिमोट एक्सेस देते हैं. ऐसे ऐप्स की डाउनलोडिंग को प्रतिबंधित कर सकते हैं.
दरअसल, इंटरनेट की दुनिया में कई ऐप्स ऐसे मौजूद हैं, जो यूजर्स के मोबाइल का एक्सेस स्कैमर्स आदि को देते हैं. गूगल ने प्ले स्टोर से ऐसे ऐप्स को रिमूव कर दिया है, लेकिन थर्ड पार्टी ऐप स्टोर या दूसरी वेबसाइट्स पर से इन्हें डाउनलोड किया जा सकता है.
ऐसे में यूजर्स अनजान सोर्स से डाउनलोड होने वाली फाइल्स को रोक सकते हैं. इसके लिए Android की सेटिंग्स मे जाएं. इसके बाद Apps & notifications के अंदर दिए गए Advanced में जाएं, फिर Special app access में जाएं और इसके बाद Install Unknown Apps पर क्लिक कर दें. अब अनजान सोर्स से ऐप्स इंस्टॉल नहीं होंगे.