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WhatsApp का बड़ा कदम, भारत में बैन किए 47 लाख से ज्यादा अकाउंट्स, जानिए क्या है वजह

WhatsApp Account Bans: वॉट्सऐप ने मार्च महीने में 47 लाख से ज्यादा अकाउंट्स को बैन किया गया है. इन अकाउंट्स को यूजर्स की सेफ्टी के लिए बैन किया गया है. दरअअसल, वॉट्सऐप हर महीने अपने प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारी और हेट स्पीच फैलाने वाले लाखों अकाउंट्स को बैन करती है. ये अकाउंट्स बैन भी उसी का हिस्सा हैं. आइए जानते हैं डिटेल्स.

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WhatsApp ने बैन किए 47 लाख से ज्यादा अकाउंट्स
WhatsApp ने बैन किए 47 लाख से ज्यादा अकाउंट्स

इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp ने कई अकाउंट्स को बैन किया है. प्लेटफॉर्म की ओर से मार्च महीने की यूजर सेफ्टी रिपोर्ट आ गई है. इसमें मार्च महीने में बैन किए गए वॉट्सऐप अकाउंट्स, यूजर्स की शिकायत, शिकायत पर कार्रवाई और दूसरी जानकारियां शामिल हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, WhatsApp ने मार्च महीने में 47 लाख से ज्यादा अकाउंट्स को बैन किया है. 

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ये संख्या फरवरी के मुकाबले ज्यादा है. इससे पहले फरवरी महीने में 45 लाख, जनवरी में 29 लाख और पिछले साल दिसंबर में 37 लाख अकाउंट्स को बैन किया गया था. इसके अलावा प्लेटफॉर्म ने जानकारी दी है कि उन्होंने नई ग्रीवेंस कमेटी के दिए तीन नए ऑर्डर्स का भी पालन कर रहे हैं. 

नए नियमों के तहत बैन किए गए अकाउंट्स

दरअसल, नए IT रूल के तहत वॉट्सऐप हर महीने यूजर्स सेफ्टी रिपोर्ट जारी करती है. इस रिपोर्ट में यूजर्स की सेफ्टी और सुरक्षा के लिए उठाए गए सभी कदमों की जानकारी होती है. वॉट्सऐप के स्पोकपर्सन ने बताया,'जैसा लेटेस्ट मंथली रिपोर्ट में बताया गया है, WhatsApp ने 47 लाख से ज्यादा अकाउंट्स को मार्च में बैन किया है.'

भारतीय नंबर्स की पहचान +91 कोड से होती है. रिपोर्ट के मुताबिक, '1 मार्च 2023 से 31 मार्च 2023 के बीच कुल 4,715,906 अकाउंट्स को बैन किया गया है. इसमें से 1,659,385 अकाउंट्स को किसी यूजर की शिकायत से पहले बैन किया गया है.'

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हर महीने जारी होती है रिपोर्ट

लेटेस्ट सेफ्टी रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च महीने में 4720 ग्रीवेंस रिपोर्ट्स मिली हैं और 585 अकाउंट्स पर एक्शन लिया गया है. दरअसल, नए आईटी नियमों के तहत 50 लाख से ज्यादा यूजर्स वाले किसी भी सोशल प्लेटफॉर्म को पब्लिक कंप्लायंस रिपोर्ट जारी करनी होती है.

इस रिपोर्ट में यूजर्स की शिकायत और उस पर लिए गए एक्शन की जानकारी होती है. पिछले कुछ वक्त से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर गलत जानकारी फैलाने वाले कंटेंट, फेक न्यूज सर्कुलेट करने और हेट स्पीच जैसे कंटेंट बढ़े हैं. इसके लिए IT नियमों में ग्रीवेंस ऑफिसर और कमेटी को शामिल किया गया है.

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