WhatsApp दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है. कंपनी ने तीन नए फीचर्स रिलीज किया है, जो बेहतर सिक्योरिटी के लिए हैं. नए अपडेट में अकाउंट प्रोटेक्ट, डिवाइस वेरिफिकेशन और ऑटोमेटिक सिक्योरिटी कोड के फीचर्स जोड़े गए हैं. WhatsApp की मानें तो वह सिक्योरिटी मैकेनिज्म को बढ़ा रहा है.
इससे यूजर्स अपने अकाउंट को सेफ रख सकते हैं. इन फीचर्स को मोबाइल फोन हैकिंग के बढ़ते मामलों को देखते हुए जारी किया गया है. आइए जानते हैं WhatsApp के नए सिक्योरिटी फीचर्स किस तरह से काम करेंगे.
WhatsApp का ये फीचर यूजर्स को सिक्योरिटी की एक नई लेयर प्रोवइड करता है. जब कोई यूजर अपना फोन चेंज करता है और नए फोन में वॉट्सऐप लॉग-इन करेगा, तो उसे OTP के अलावा एक और स्टेप फॉलो करना होगा.
OTP एंटर करने के बाद यूजर्स के पुराने फोन पर एक नोटिफिकेशन आएगा, जिसमें पूछा जाएगा कि क्या यूजर्स नए डिवाइस पर स्विच करना चाहते हैं. ये फीचर ऑटोमेटिक ही ऑन रहेगा और इसके लिए किसी सेटिंग में जाने की जरूरत नहीं है.
वॉट्सऐप का ये फीचर यूजर्स को सिर्फ अकाउंट ही नहीं बल्कि अपना UPI अकाउंट भी सिक्योर रखने में मदद करेगा. दरअसल, कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें किसी यूजर के फोन खोने के बाद उनके वॉट्सऐप UPI से पैसे ट्रांसफर कर लिए गए हैं.
नया फीचर वॉट्सऐप यूजर्स को उनके डिवाइस के हैक होने की स्थिति में बचाएगा. वॉट्सऐप की मानें तो मैलवेयर किसी भी स्मार्टफोन के लिए सबसे बड़ा खतरा है. एडवांस अकाउंट टेकओवर टैक में मैलवेयर की मदद से किसी यूजर के वॉट्सऐप से मैसेज तक सेंड किया जा सकता है. ऐसे में वॉट्सऐप का ये फीचर यूजर्स के अकाउंट की सुरक्षा करेगा.
वॉट्सऐप चैट्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ आती हैं. कंपनी की मानें तो चैट में मौजूद लोगों के अलावा कोई दूसरा उन मैसेजेज को नहीं पढ़ सकता है. यूजर्स मैनुअल तरीके से चेक कर सकते हैं, उनका कॉन्टैक्ट एन्क्रिप्शन यूज कर रहा है या नहीं.
अब कंपनी Automatic Security Codes फीचर जोड़ रही है. इस फीचर की मदद से यूजर्स ऑटोमेटिक वेरिफाई कर सकते हैं कि उनकी चैट्स एन्क्रिप्टेड है या नहीं. पहले इसके लिए एक लंबा प्रॉसेस फॉलो करना होता था.