Apple ने 7 सितंबर को iPhone 14 सीरीज लॉन्च की है. इस सीरीज में कंपनी ने चार नए स्मार्टफोन लॉन्च किए हैं, जो अलग-अलग प्राइस पॉइंट पर आते हैं. अगर आप आईफोन 14 सीरीज की कीमतों पर ध्यान देंगे, तो पाएंगे कि अमेरिका के मुकाबले भारत में इनकी कीमत काफी ज्यादा है.
अमेरिकी बाजार में तो नए आईफोन्स की कीमत बेहद कॉम्पिटेटिव है पर भारत में ऐसा नहीं है. नए आईफोन ही नहीं बल्कि iPhone SE 2022 जो भारत में अब तक 43,900 रुपये (अब 49,900 रुपये) में मिल रहा था.
अमेरिका में यह डिवाइस लगभग 32 हजार रुपये की कीमत में आता है. यानी भारतीय बाजार में कंपनी इस फोन को 10 हजार रुपये ज्यादा कीमत पर बेच रही है.
हाल में लॉन्च हुए iPhone 14 की अमेरिकी बाजार में कीमत 799 डॉलर (लगभग 63,700 रुपये) से शुरू है. वहीं भारत में यह फोन 79,900 रुपये की शुरुआती कीमत पर लॉन्च हुआ है. यानी दोनों मार्केट्स में अंतर लगभग 16,200 रुपये का है. सवाल आता है कि ऐसा क्यों है? आखिर क्यों भारत में आईफोन्स की कीमत इतनी ज्यादा है.
CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले से जुड़े एक शख्स ने बताया कि भारत में iPhone की असेंबली से कीमत कम नहीं होगी. क्योंकि OEMs (Original Equipment Manufacturers) को कंपोनेंट्स पर अभी भी काफी ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी भरनी पड़ती है.
आईफोन में इस्तेमाल होने वाले PCBA (Printed Circuit Board Assembly) पर लगभग 20 परसेंट इम्पोर्ट ड्यूटी लगती है. इसी तरह से iPhone चार्जर पर भी 20 परसेंट इम्पोर्ट ड्यूटी है. इम्पोर्ट ड्यूटी के अलावा स्मार्टफोन्स पर 18 परसेंट GST लगती है. इस वक्त भारत में iPhone 12 और iPhone 13 असेंबल किए जाते हैं.
इसके अलावा डॉलर और रुपये के बीच बढ़ता गैप भी iPhone की कीमतों में इजाफे का जिम्मेदार है. यही वजह से भारत में ऐपल प्रोडक्ट्स जापान और दुबई के मुकाबले महंगे होते हैं.
हालांकि, भारत ऐपल के लिए एक बड़ा मार्केट है, लेकिन जब तक यहां पर PCBA और दूसरे कंपोनेंट्स की मैन्युफैक्चरिंग नहीं होगी, तब तक आईफोन के लिए हमें ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे. कम से कम मौजूदा इम्पोर्ट ड्यूटी के नियमों के हिसाब से तो ऐसा ही है.