चीनी स्मार्टफ़ोन मेकर Xiaomi एक समय भारत की नंबर-1 स्मार्टफ़ोन कंपनी हुआ करती थी. लेकिन पिछले कुछ सालों से Xiaomi के बुरे दिन चल रहे हैं. आलम ये है कि अब Xiaomi भारत में 7वें नंबर पर फिसल चुकी है.
IDC मंथली डेटा के मुताबिक़ Xiaomi अब वीवो, सैमसंग, ओपो, ऐपल, रियलमी और मोटोरोला से बेहद पीछे है और लगातार स्ट्रगल कर रही है.
दरअसल पिछले कुछ सालों से Xiaomi कन्फ्यूजन के स्टेट में है. कंपनी भारत मे बजट स्मार्टफ़ोन स्पेस में पॉपुलर हुआ करती थी, लेकिन कंपनी ने बजट और फ़्लैगशिप के बीच बैलेंस बनाने में पूरी तरह नाकाम लग रही है. इसलिए लोगों की दिलचस्पी भी इस ब्रांड से कम हो रही है.
गौरतलब है कि कंपनी ने अपना नया फ्लैगशिप Xiaomi 15 भी लॉन्च किया है. आप ये जान कर हैरान रह जाएंगे कि Xiaomi 15 Ultra की शुरुआती कीमत 1 लाख 10 हजार रुपये है. Xiaomi 15 की कीमत भी 65 हजार रुपये से शुरू होती है. ये कंपनी भारत में बजट और मिड रेंज फोन के लिए हमेशा से जानी जाती है. लोगों को परसेप्शन अब भी वैसा ही है, इसलिए 1 लाख रुपये वाला शाओमी का फोन भारत में कितना बिकेगा ये देखना दिलचस्प होगा.
बात ऑफ़लाइन की हो या ऑनलाइन की - हर स्पेस में कंपनी स्ट्रगल करती दिख रही है. अब कंपटीशन पहले से काफी ज्यादा है. कंपनी लाख रुपये तक के फ़ोन ला रही है, लेकिन भारत में लोग अब भी शाओमी को बजट फोन वाली कंपनी ही मानते हैं. बजट स्मार्टफ़ोन की कैटिगरी है ये भी शाओमी के हाथ से धीरे धीरे फिसल रहा है.
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि Xiaomi को ऑनलाइन मार्केट में Motorola से कड़ी टक्कर मिल रही है. इतना ही नहीं, प्रीमियम स्मार्टफोन्स लॉन्च करने के चक्कर में बजट और मिड रेंज फ़ोन पर कंपनी का उतना फ़ोकस भी नहीं दिख रहा है. पिछले महीने की इन्वेंट्री से लेकर कम बजट मॉडल लॉन्च करना भी कंपनी के डाउनफॉल की बड़ी वजह है.
ग़ौरतलब है कि Xiaomi को सस्ते में पावर पैक्ड स्मार्टफ़ोन के लिए जाना जाता था. लेकिन अब ये कंपनी ऐपल जैसे प्रीमियम ब्रांड को को टक्कर देने की कोशिश में लग रही है. इसलिए हर साल लाख रुपये वाले फ़ोन लॉन्च करती है, लेकिन लोग इसमें दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं.
मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरप्वाइंट के रिसर्च डायरेक्टर तरुण पाठक ने हमे बताया है कि Xiaomi के हाथ से मार्केट शेयर क्यों छिन रहा है.
Counterpoint के मुताबिक Xiaomi भारतीय बाजार मे नंबर-6 पर फिसल चुकी है. हालांकि अगर POCO को ऐड कर दिया जाए तो 3 नंबर पर है. शाओमी के मार्केट डिक्लाइन की वजह इन्वेंटरी बिल्डअप है और मार्केट डिमांड भी कम रहा है.