कई लोग अब डिजिटल पेमेंट का यूज करते हैं. इसके लिए वो अपने फोन का इस्तेमाल करते हैं. इस वजह से चोर आपके फोन को चुराने के बाद आपके बैंक डिटेल्स को जानना चाहते हैं. अभी एक रिपोर्ट आई थी. इसमें ब्राजील के एक क्रिमिनल ने इस बात को माना था कि वो फोन चुराने के बाद ऑनर के बैंक डिटेल्स की जानकारी लेकर पैसे चुराता था. इसके लिए जरूरी है फोन चोरी होने की स्थिति में कुछ स्टेप्स फॉलो करें ताकि आपका बैंक अकाउंट सेफ रहे.
अपने SIM को ब्लॉक करें
फोन चोरी होने की स्थिति में सबसे पहले अपने सिम कार्ड को ब्लॉक करवाएं. अगर आपका फोन चोरी या खो जाता है तो सबसे पहले टेलीकॉम ऑपरेटर को बोल कर सिम कार्ड को ब्लॉक करवा दें. इससे आपके सिम कार्ड पर ओटीपी नहीं जाएगा और कोई अनऑथोराइज्ड यूज नहीं कर पाएगा.
मोबाइल बैंकिंग सर्विस को ब्लॉक करें
मोबाइल बैंकिंग सर्विस को एक टैप से एक्सेस किया जा सकता है. इस वजह से जरूरी है इन सर्विस को आप सबसे बंद करवा दें. किसी भी ट्रांजैक्शन के लिए ओटीपी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आता है. इस वजह से जैसे ही फोन चोरी हो या खो जाए तो तुरंत दोनों को ब्लॉक करवा दें.
UPI पेमेंट को डिएक्टिवेट कर दें
UPI पेमेंट को को भी जल्द डिएक्टिवेट कर दें क्योंकि बैंकिंग सर्विस के बंद होते ही चोर पैसे निकालने के दूसरे तरीकों पर ध्यान देने लते हैं. इसमें एक UPI पेमेंट भी है. इस वजह से इसे जितनी जल्दी हो सकें बंद करवा दें.
सभी मोबाइल वॉलेट्स को ब्लॉक करवा दें
मोबाइल वॉलेट्स ने लोगों का जीवन काफी आसान बना दिया है. अगर मोबाइल वॉलेट्स जैसे गूगल पे, फोन पे अगर किसी गलत व्यक्ति के हाथ लग जाए तो ये आपके लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है. इस वजह से फोन चोरी या खो जाने की स्थिति में तुरंत ऐप के कस्टमर केयर को कॉल करके वॉलेट को ब्लॉक करवा दें.