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Twitter की चिड़िया की जगह Doge ही क्यों? जानिए एलॉन मस्क के Logo बदलने की पूरी कहानी

Elon Musk Doge: एलॉन मस्क ने ट्विटर की पहचान ही बदल दी है. पहले ब्लू टिक में बदलाव और अब उसके लोगो यानी चिड़िया को ही रिमूव कर दिया है. मस्क ने ट्विटर की चिड़िया की जगह Dogecoin के Doge की तस्वीर लगा दी है. यानी नया लोगो डोजे है. मगर सवाल आता है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया है. आइए जानते हैं इस पूरी मामले की डिटेल्स.

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Elon Musk ने क्यों बदला Twitter की लोगो?
Elon Musk ने क्यों बदला Twitter की लोगो?

एलॉन मस्क की एंट्री के बाद से लगातार ट्विटर में बदलाव हो रहे हैं. कुछ ऐसे बदलाव भी हुए हैं, जिनकी किसी ने शायद उम्मीद तक नहीं की थी. ऐसा ही एक बदलाव है ट्विटर के Logo का बदल जाना. लोगो बदलना किसी भी ब्रांड के लिए बड़ी बात होती है, क्योंकि इससे पहचान जुड़ी होती है.

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मगर Elon Musk ने ट्विटर के लोगो यानी 'चिड़िया' को Doge से रिप्लेस कर दिया है. सोमवार को उन्होने बिना किसी जानकारी के इस लोगो को चेंज कर दिया है. हालांकि, ये बदलाव सिर्फ वेब वर्जन पर किया गया है. Twitter के मोबाइल ऐप पर अभी भी चिड़िया ही लोगो के तौर पर मौजूद है.

आखिर मस्क ने क्यों बदला Logo? 

एलॉन मस्क ने पिछले साल ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीदा है. अगर आपकी दिलचस्पी क्रिप्टोकरेंसी और एलॉन मस्क में होगी, तो आपको Dogecoin के बारे में पता होगा. मस्क Doge मीम्स को भी शेयर करते रहते हैं. वह कई मौकों पर Dogecoin को प्रमोट करते दिखे हैं.

सोमवार को ट्विटर के लोगो में बदलाव के बाद Dogecoin की वैल्यू में 20 परसेंट का इजाफा हुआ है. Doge लोगो की बात करें तो मस्क ने ट्विटर लोगो में बदलाव करने के बाद एक ट्वीट किया, 'जैसा वादा किया था'. इस ट्वीट के साथ उन्होंने एक स्क्रीनशॉट पोस्ट किया, जो मार्च 2022 में उनकी और एक ट्विटर यूजर के बीच बातचीत का था. 

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मस्क ने ट्विटर ऑफर से पहले एक ट्वीट किया था, जिसके जवाब में यूजर ने रिप्लाई किया था, 'ट्विटर को खरीदें... और बर्ड लोगो को Doge से रिप्लेस कर दीजिए.' 

क्या है Doge? 

डोजेकॉइन एक पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है और इसे साल 2013 में बनाया गया था. Dogecoin को Billy Markus और Jackson Palmer ने साल 2013 में लॉन्च किया था. इसमें Shiba Inu dog की फोटो लगी है. 

दिलचस्प बता ये है कि Bitcoin और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का मजाक उड़ाने के लिए Dogecoin को क्रिएट किया गया था, लेकिन साल 2021 में ये क्रिप्टोकरेंसी चर्चा में आई. इसके चर्चा में आने की वजह भी एलॉन मस्क ही थे.

उन्होंने इस करेंसी के बारे में ट्वीट करना शुरू किया और लोगों का ध्यान इस पर जाने लगा. डोजेकॉइन के लोगो को Doge कहते हैं. इसके मीम्स वायरल होने के बाद क्रिप्टोकरेंसी कम्युनिटी में लोगों का रुझान इसकी तरफ बढ़ा.

वहीं रही बात एलॉन मस्क के लोगो बदलने की, तो मस्क पर डोजेकॉइन को प्रमोट करने और पिरामिड स्कीम चलाने के आरोप में एक शख्स ने केस किया है. पिछले साल किए गए इस केस को खत्म करने के लिए 31 मार्च को मस्क के वकील ने अपील की है. उन्होंने 258 अरब डॉलर के इस केस को 'कल्पना का काल्पनिक काम' बताया है. 

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दरअसल, जिस शख्स ने मस्क पर केस किया है, उसने Dogecoin में काफी ज्यादा निवेश किया था. जब क्रिप्टोकरेंसी मार्केट टूटा, तो इसका असर निवेशकों पर पड़ा. शख्स का कहना था कि उसने Dogecoin में निवेश करने के बाद पैसे गंवाए हैं. इसकी वजह से उसने एलॉन मस्क और उनकी कंपनी Tesla और SpaceX पर केस किया था.

मस्क और ट्विटर डील? 

एलॉन मस्क ने पिछले साल अक्टूबर के अंत में Twitter को खरीदा था. हालांकि, मस्क और ट्विटर डील भी काफी चर्चा में रहे हैं. अप्रैल 2022 में मस्क ने ट्विटर को खरीदने की शुरुआत की. शुरू में उन्होंने ट्विटर में 9.2 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी, जिसके बाद उन्हें बोर्ट में शामिल होने का ऑफर दिया गया था. 

हालांकि, मस्क ने बोर्ड में शामिल होने से इनकार कर दिया. इसके कुछ दिनों बाद मस्क ने ट्विटर को खरीदने के लिए 44 अरब डॉलर का ऑफर दिया. शुरुआत में बोर्ड मेंबर्स ने मस्क के ऑफर को मानने से इनकार कर दिया था, लेकिन कुछ दिनों बाद सभी बोर्ड मेंबर्स इस डील के लिए राजी हो गए. 

इसके बाद मस्क और तत्कालीन ट्विटर CEO पराग अग्रवाल के बीच बॉट अकाउंट्स को लेकर बहस हुई. इस बहस के बाद मस्क ने डील को पहले तो होल्ड किया और फिर इसे कैंसल करने की बात कही. मामला जब कोर्ट में पहुंचा, तो मस्क ने इसकी सुनवाई शुरू होने से पहले ही डील को पूरा कर लिया. इस तरह से मस्क ने 44 अरब डॉलर में ट्विटर को पिछले साल खरीदा.

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