ऑनलाइन फ्रॉड के मामले हर दिन सामने आ रहे हैं. हाल में ही एक शख्स से 9.66 लाख रुपये का फ्रॉड सामने आया है. मामला नागपुर का है, जहां पीड़ित से किसी ने बैंक कर्मचारी बनकर ऑनलाइन फ्रॉड किया है. सतीश दीक्षित को बैंक के नाम पर एक कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को एक प्राइवेट बैंक का कर्मचारी बताया.
कॉलर ने बताया कि वे यूजर्स को साइबर फ्रॉड से बचाने का काम करता है. स्कैमर ने पीड़ित को अपनी बातों में फंसाकर उससे डेबिट कार्ड और बैंक डिटेल्स ले ली. आरोपी ने इसके बाद पीड़ित के अकाउंट से 9.66 लाख रुपये ट्रांसफर किए हैं.
बैंकिंग फ्रॉड या ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़ा ये कोई पहला मामला नहीं है. हर दिन ऐसे कई मामले सामने आते हैं. सभी बैंक अपने यूजर्स को लगातार जागरूक कर रहे हैं. बैंक हमेशा किसी दूसरे शख्स से अपनी बैंकिंग डिटेल्स शेयर करने से मना करते हैं. ऑनलाइन बैंक सेफ है अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखते हैं.
1. कभी भी इंटरनेट बैंकिंग के लिए थर्ड पार्टी वेबसाइट्स का सहारा ना लें. बल्कि सीधे बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या फिर आप बैंक का मोबाइल ऐप भी यूज कर सकते हैं.
2. हमेशा वेबसाइट का डोमेन नेम जरूर चेक करें. URL को अच्छी तरह से पढ़े और स्पेलिंग पर विशेष रूप से ध्यान दें. क्योंकि स्कैमर्स बैंक जैसे नाम की कई फेक वेबसाइट्स तक क्रिएट की होती है.
3. ऐसे ईमेल या मैसेज का जवाब ना दें, जो आपसे पासवर्ड या पिन शेयर करने के लिए कहता है. ना तो पुलिस ना ही बैंक, कोई आपके पासवर्ड नहीं मांगता है.
4. बैंकिंग सर्विसेस यूज करने लिए कभी भी साइबर कैफे या शेयर्ड पीसी का इस्तेमाल ना करें.
5. हमेशा अपने पीसी को लेटेस्ट एंटी-वायरस और स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर से अपडेट रखें.
6. अपने सिस्टम पर फाइल एंड प्रिंटिंग शेयरिंग फीचर को डिसेबल रखें.
7. जब भी पीसी को यूज ना कर रहे हों, तो उसे लॉग ऑफ कर दें.
8. अपनी बैंकिंग आईडी और पासवर्ड को इंटरनेट ब्राउजर पर सेव ना करें.
9. अपने बैंक अकाउंट की ट्रांजेक्शन हिस्ट्री को समय-समय पर चेक करते रहें, जिससे आपको किसी भी असामान्य ट्रांजेक्शन की जानकारी मिल जाए.