स्मार्टफोन्स की कीमतों में पिछले दो साल में काफी इजाफा हो गया है. जहां 10 हजार रुपये से 15 हजार रुपये के बजट में पहले मिड रेंज फोन्स मिल जाते थे. अब इस बजट में ज्यादातर एंट्री लेवल फीचर्स वाले फोन्स मिल रहे हैं. इससे नीचे यानी 10 हजार रुपये से कम के बजट में आपको बेसिक स्पेसिफिकेशन्स वाले स्मार्टफोन मिलते हैं.
ऐसे में बेहतर डील के लिए बहुत से लोग सेकेंड हैंड फोन खरीदते हैं. सेकेंड हैंड फोन एक अच्छी चॉइस हो सकती है, लेकिन इसके लिए आपको कई बातों को ध्यान रखना होता है.
सामान्यतः इस तरह के फोन्स को लेकर लोगों का अपना-अपना एक्सपीरियंस होता है. बहुत से लोग जल्दबाजी में किसी गलत डील में फंस जाते हैं और उनका एक्सपीरियंस हमेशा के लिए खराब हो जाता है.
यानी आपको जैसा सेकेंड हैंड फोन मिलेगा, वैसा ही आपका एक्सपीरियंस होगा. अब सवाल आता है कि सेकेंड हैंड फोन खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. सबसे पहला है बजट का.
अगर आप किसी दोस्त से भी फोन खरीद रहे हैं तो एक बार उस डिवाइस की ऑनलाइन ई-वैल्यूएशन कर लें. इससे आपको डिवाइस मौजूदा कीमत का अंदाजा लग जाएगा.
अब बात रही हैंडसेट की कंडीशन और एक्सेसरीज के हाल की. सबसे पहले चेक कर लें कि जिस फोन को आप खरीद रहे हैं उसके साथ मिलने वाली एक्सेसरीज जेनविन हैं या नहीं.
फर्ज करिए आप सेकेंड हैंड iPhone खरीद रहे हैं. ऐसे में आप कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर उसके एक्ससरीज और फोन के जेनविन होनी की जांच कर सकते हैं.
इसके बाद आपको बैटरी लाइफ का हाल देख लेना चाहिए. स्पीकर और माइक को आप किसी कॉल के जरिए चेक कर सकते हैं. स्क्रीन और टच रिस्पॉन्स को चेक करने के लिए आप टाइपिंग या किसी ऑनलाइन टच स्क्रीन टेस्टर का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस तरह से आपको फोन की कंडीशन का पता लग जाएगा.
कॉल और कनेक्टिविटी भी जरूर चेक कर लें. इससे आपको बहुत हद तक स्मार्टफोन की कंडीशन की जानकारी हो जाएगी. कैमरा को चेक करना बिलकुल भी ना भूलें, क्योंकि यह सबसे जरूरी फीचर्स में से एक है.
इस तरह से आप एक सेकेंड हैंड फोन को अच्छी कीमत और बेहतर फीचर के साथ खरीद सकते हैं. यूजर्स चाहें तो आधिकारिक रिफर्बिश्ड स्टोर्स पर भी ऑप्शन देख सकते हैं. इससे आपको ज्यादा ऑप्शन मिल जाएंगे.