बाइट, मेगाबाइट और गीगाबाइट के बारे में लोग बहुत चर्चा करते हैं. इन शब्दों से नहीं तो आप इन्हें MB और GB के नाम से जानते होंगे. किसी भी रूप में डेटा हो, उसे मापने का पैमाना MB और GB है. इसकी बेसिक यूनिट बाइट होती है. आप ऐसे समझ सकते हैं कि दूरी को नापने के लिए जैसे मीटर, किलोमीटर और मील का इस्तेमाल होता है.
उसी तरह से डेटा को मापने के लिए MB, GB और TB का इस्तेमाल होता है. इन चीजों के बारे में आपने बहुत कुछ सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं 1GB- TB यानी टेराबाइट में कैसे बदलता है.
वैसे इंसानी दिमाग भी तो चीजों की स्टोर करता है? तो फिर आपका दिमाग कितने GB का होगा? इन सभी सवालों के जवाब से आज हम आपको रू-ब-रू कराएंगे.
पेटाबाइट डेटा की यूनिट है. इन दिनों इस टर्म का काफी इस्तेमाल हो रहा है. यह डेटा स्टोर करने का एक बड़ा पैमाना है. एक पेटाबाइट डेटा को स्टोर करने के लिए आपको 74.5 करोड़ से ज्यादा फ्लॉपी डिस्क की जरूरत पड़ेगी. या फिर आप इस डेटा को 15 लाख CD ROM डिस्क में स्टोर कर सकेंगे.
ये दोनों ही पेटाबाइट को स्टोर करने के आसान तरीके नहीं है, लेकिन आप बस कल्पना कर सकते हैं कि ये डेटा कितना बड़ा होगा. अवतार मूवी के बारे में आपने सुना होगा. ये फिल्म भारी भरकम ग्राफिक्स से भरी हुई है.
पूरी मूवी के ग्राफिक्स को रेंडर करने में 1PB स्टोरेज की जरूरत पड़ी थी. रिपोर्ट्स की मानें तो इंसानी दिमाग में 2.5PB यानी पेटाबाइट मेमोरी होती है. इतने स्पेस में आप 3.4 साल तक लगातार Full HD रिकॉर्डिंग कर सकते हैं.
साल 2018 के अंत में Wayback Machine में 25PB डेटा स्टोर किया जा सकता था. एक पेटाबाइट स्टोरेज का मतलब है कि अपनी पूरी जिंंदगी आप हर रोज 4000 डिजिटल फोटोज क्लिक कर सकते हैं.
एक पेटाबाइट में 1024 TB यानी टेराबाइट होता है. वहीं एक टेराबाइट में 1024GB होता है. रिपोर्ट्स की मानें तो लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस में 20PB से ज्यादा डेटा है.