फर्ज करिए आप अपने परिवार के साथ बैठकर विकेंड एंजॉय कर रहे हों. तभी आपके फोन की घंटी बजती है, जो टेलीफोन वाली नहीं बल्कि वॉट्सऐप कॉल वाली है. स्क्रीन पर आपको एक अनजान नंबर दिखता है और आप कॉल रिसीव नहीं करते हैं. थोड़ी देर बाद फोन दोबारा बजता है और इस बार भी शायद आप अनजान नंबर की वजह से कॉल इग्नोर कर देते हैं.
तीसरी बार जब फोन रिंग होता है, तो आप उस वीडियो कॉल को जरूरी समझकर उठा लेते हैं. जैसे ही आप कॉल रिसीव करते हैं, आपके सामने कुछ ऐसा होता है, जिसकी हमारे समाज में लोग जल्दी चर्चा नहीं करते.
स्क्रीन के उस ओर यानी दूसरी तरफ आपको एक न्यूड लड़की नजर आती है. जब तक आप इस कॉल को डिस्कनेक्ट करते हैं, तब तक आपका एक वीडियो बन चुका होता है. यह वीडियो थोड़े देर बाद आपको वॉट्सऐप नंबर या फिर फेसबुक पर किसी कथित पुलिस अधिकारी के नाम से आता है.
पढ़ने में भले ही यह आपको किसी फिल्मी कहानी जैसी स्थिति लग रही हो, लेकिन WhatsApp और दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर आज कल ऐसे स्कैम चल रहे हैं. स्कैमर्स वीडियो भेजकर लोगों को ब्लैकमेल करते हैं और उनके पैसे मांगते हैं.
बहुत से मामलों में लोग इज्जत, सामाजिक प्रतिष्ठा को बचाने के लिए पैसे दे देते हैं. यहां तक की इस तरह के मामलों की चर्चा तक नहीं होती है. स्कैमर्स भी लोगों के इसी डर का फायदा उठाते हैं.
ऐसा ही एक मामला (जिसकी रिपोर्ट दर्ज हुई थी) पिछले साल के अंत में आया था. 35 साल के दिल्ली यूनिवर्सिटी प्रोफेसर को फेसबुक मैसेंजर पर ऐसी ही वीडियो कॉल आती है.
जब तक प्रोफेसर कुछ समझ पाते और वीडियो कॉल काटते, स्कैमर्स ने उनका एक वीडियो बना लिया. थोड़ी देर बाद उन्हें एक ऑडियो कॉल आती है, जिस पर उनसे 20 हजार रुपये मांगे जाते हैं.
स्कैमर्स उन्हें वीडियो पोस्ट करने की भी धमकी देते हैं. प्रोफेसर ने उस वक्त अपने अकाउंट को जल्दबाजी में डिलीट कर दिया. उसके बाद प्रोफेसर के साथ कुछ नहीं हुआ, लेकिन लंबे समय तक वह उस वीडियो के डर से सहमे रहें.
साइबर एक्सपर्ट्स की मानें तो इस तरह की वीडियो कॉल्स और ब्लैकमेलिंग के पीछे एक पूरा गैंग शामिल है. इनका काम लोगों को वीडियो कॉल करके उनका वीडियो बनाना और फिर ब्लैकमेल करके पैसे ऐंठना होता है.
कोरोना काल में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं. आज भी लोगों के साथ इस तरह की दिक्कतें हो रही हैं. सबसे पहले तो आपको अनजान नंबर से आने वाली कॉल्स रिसीव करने से बचना चाहिए.
अगर गलती से आप इस हादसे का शिकार हो जाते हैं, तो ब्लैकमेलिंग के लिए तुरंत आपको कॉल आएगी. बेहतर होगा की आप उस कॉल को इग्नोर करें और इस मामले की जानकारी जल्द से जल्द साइबर पुलिस को दें.
वहीं, जब आपको कोई अनजान कॉल आती है, तो सबसे पहले उस नंबर को ट्रूकॉलर जैसे किसी प्लेटफॉर्म पर जरूर चेक करें. इससे आपको उसकी पहचान के बारे में कुछ तो जानकारी जरूर हो जाएगी.