भारत में हाल ही में कई चीनी ऐप्स जैसे TikTok, PUBG Mobile और SheIn को बैन किया गया है. इसने कई भारतीय ऐप डेवलपर्स को आगे आने और विदेशी ऐप्स के विकल्प बनाने के लिए प्रोत्साहित किया है. इसी कड़ी में आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाते हुए अप्रमेय राधाकृष्ण और उनकी टीम Koo ऐप को पेश किया, जिसे ट्विटर के अल्टरनेटिव के तौर पर देखा जा रहा है.
कई मंत्रियों और मशहूर हस्तियों ने इस भारतीय सोशल नेटवर्किंग ऐप के लिए साइन अप करना शुरू कर दिया है. केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और रेल मंत्री पीयूष गोयल इस ऐप का हिस्सा बन चुके हैं.
क्या है Koo?
जैसा कि हमने ऊपर बताया इसे ट्वविटर के इंडियन अल्टरनेटिव के तौर पर देखा जा रहा है. इस इंडियन माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट को अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावतका ने पिछले साल मार्च में डेवलप किया था. ट्विटर की ही तरह कू भी एक माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है, जहां आप अलग-अलग मुद्दों पर अपने व्यूज और ओपिनियन दे सकते हैं. इसने अगस्त 2020 में भारत सरकार द्वारा आयोजित AatmaNirbhar ऐप इनोवेशन चैलेंज को भी जीता था.
सबसे खास बात ये है कि इस ऐप में कई भारतीय भाषाओं का भी सपोर्ट दिया गया है. फिलहाल कू में तेलुगु, कन्नड़, बंगाली, तमिल, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, ओड़िया और आसामी का सपोर्ट मौजूद है.
क्या कर सकते हैं?
Koo ऐप में यूजर्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट, वीडियो और फोटेज शेयर कर सकते हैं. ट्विटर की ही तरह Koo पर भी यूजर्स एक दूसरे से DMs के जरिए चैट कर सकते हैं. साथ ही इस माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट पर यूजर्स पोल्स भी कंडक्ट कर सकते हैं.