ब्रहस्पति के साथ राहु या केतु इस तरह से बैठ जाते हैं कि एक पूरा योग बनाने हैं, उसे गुरु चंडाल योग कहते हैं जो अच्छा नहीं होता. यह जीवन में कठिनाइयां लाने के अलावा चरित्र को कमजोर कर देता है. क्रोध और अहंकार का कारण भी बनता है गुरु चंडाल योग. ऐस्ट्रो अंकल से जानिए कैसे इससे बचें.