नवरात्रि वर्ष में चार बार पड़ती है. माघ,चैत्र,आषाढ़ और आश्विन. नवरात्रि से वातावरण के तमस का अंत होता है और सात्विकता की शुरुआत होती है. मन में उल्लास, उमंग और उत्साह की वृद्धि होती है. दुनिया में सारी शक्ति, नारी या स्त्री स्वरुप के पास ही है, इसलिए इसमें देवी की उपासना ही की जाती है. नवरात्रि में देवी की उपासना से हर दिन एक विशेष वरदान मिल सकता है परन्तु इसके लिए पूर्ण सात्विकता रखनी होगी और आहार पर ध्यान देना होगा. नवरात्रि में रात्रि की पूजा ज्यादा महत्वपूर्ण होती है. इस पर देखें चाल चक्र.
Astrologer Shailendra Pandey will tell you the astrological predictions for all the zodiac signs for April 13. Also, know the significance of Navratri. Watch Chaal Chakra for more details.