माघ मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्ठी चतुर्थी कहा जाता है. इस तिथि को तिल चतुर्थी या माघी चतुर्थी भी कहा जाता है. इस दिन भगवान गणेश की और चन्द्र देव की उपासना करने का विधान है. जो कोई भी इस दिन श्री गणपति की उपासना करता है उसके जीवन के संकट टल जाते हैं. साथ ही संतान की प्राप्ति होती है और संतान सम्बन्धी समस्याएं भी दूर होती हैं. इस बार संकष्ठी चतुर्थी 31 जनवरी को है. इस पर देखें चाल चक्र.
The elephant-headed god- Lord Ganesha is worshipped at the beginning of every ritual, puja or ceremony. However, there is one day in every month of the year when this worship is said to be at its peak. The day is known as Sankashti Chaturthi or Sakat Chauth.